उन्होंने कहा कि छात्रों पर माता-पिता और इन कोचिंग सेंटरों का भारी दबाव होता है जिससे वे अपना स्वाभाविक जीवन भूल जाते हैं। कई इस दबाव से टूटकर अपना जीवन समाप्त कर देते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को कोचिंग सेंटरों के लिए कानून बनाना चाहिए और पूरे मामले की जांच करनी चाहिए। ठाकुर की इस मुद्दे का उपसभापति पीजे कुरियन ने भी समर्थन किया। (वार्ता)