नई दिल्ली। दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और भूमध्यरेखीय हिन्द महासागर पर कम दबाव का क्षेत्र और औसत समुद्र तल से 5.8 किमी तक संबंधित चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। इसके पूर्व उत्तर-पूर्व दिशा में बढ़ने की उम्मीद है और अगले 24 घंटों के दौरान यह एक गहरे ने में दबाव में बदल सकता है। एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में पश्चिमी विक्षोभ उत्तराखंड के ऊपर है और यह पूर्व की ओर बढ़ रहा है। एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ 22 दिसंबर से पश्चिमी हिमालय को प्रभावित कर सकता है। पहाड़ी राज्यों में हुई बर्फबारी से कई स्थानों पर तापमान जमाव बिंदु से नीचे चला गया।
स्काईमेट के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, पश्चिमी उत्तरप्रदेश के कुछ हिस्सों और गुजरात, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ के अलग-अलग हिस्सों में शीतलहर से लेकर गंभीर शीतलहर की स्थिति बनी हुई है। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली एनसीआर के कुछ हिस्सों में भी कोल्ड डे की स्थिति रही। पंजाब, बिहार और त्रिपुरा के कुछ हिस्सों में मध्यम से घना कोहरा छाया रहा। राजस्थान के कई हिस्सों में तापमान शून्य से नीचे दर्ज किया गया।
पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, पश्चिमी उत्तरप्रदेश के कुछ हिस्सों और गुजरात, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ के अलग-अलग हिस्सों में शीतलहर से लेकर गंभीर शीतलहर की स्थिति जारी रह सकती है। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली एनसीआर के कुछ हिस्सों में कोल्ड डे की स्थिति संभव है। पूर्वी भारत के दिन और रात के तापमान में भी 2-3 डिग्री की गिरावट आ सकती है।
क्या होता है कोल्ड और सीवियर कोल्ड डे? : अधिक सर्दी वाली दिनों को 2 कैटेगरी में बांटा गया है- कोल्ड डे और सीवियर कोल्ड डे। मौसम विभाग का कहना है कि सर्दी में तापमान के मुताबिक ही यह तय किया जाता है कि कोल्ड डे है या सीवियर कोल्ड डे। जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से कम होता है और अधिकतम तापमान में सामान्य के मुकाबले 4.5 डिग्री की कमी आ जाती है तो इसे कोल्ड-डे कहते हैं। वहीं जब न्यूनतम तापमान में 10 डिग्री से कम रहता है लेकिन अधिकतम तापमान में सामान्य के मुकाबले 6.4 डिग्री की कमी आ जाती है तो इसे सीवियर कोल्ड डे कहते हैं।