गलवान के वीर कर्नल संतोष बाबू को महावीर चक्र और 5 को वीर चक्र

सोमवार, 25 जनवरी 2021 (23:10 IST)
नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी में चीन के सैनिकों के साथ झड़प के दौरान मातृभूमि की रक्षा करने वाले कर्नल संतोष बाबू को मरणोपरांत महावीर चक्र तथा उनके साथ चीनी सैनिकों को मुंहतोड़ जवाब देने वाले 5 अन्य जांबाजों को वीर चक्र से सम्मानित करने की घोषणा की गई है। इनमें से चार को यह सम्मान मरणोपरांत दिया जाएगा।
 
इसके अलावा विभिन्न सैन्य अभियानों में बहादुरी तथा रणकौशल का परिचय देने वाले एक जांबाज को कीर्ति चक्र (मरणोपरांत) तथा तीन अन्य को शौर्य चक्र से सम्मानित किया जाएगा। 
 
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गणतंत्र की पूर्व संध्या पर उपरोक्त वीरता चक्रों सहित कुल 455 वीरता पुरस्कारों को आंज मंजूरी दी। कुल 455 वीरता अलंकरणों में एक महावीर चक्र, पांच कीर्ति चक्र, पांच वीर चक्र, सात शौर्य चक्र और 130 सेना पदक भी शामिल हैं।
 
कर्नल बाबू के साथ गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ झड़प में शहीद हुए नायब सूबेदार एन सोरेन, हवलदार के पलानी, नायक दीपक सिंह और सिपाही गुरतेज सिंह को मरणोपरांत तथा हवलदार तेजिंदर सिंह को वीर चक्र से सम्मानित किया जाएगा।
 
सुबेदार संजीव कुमार को केरन सेक्टर में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान सर्वोच्च बलिदान के लिए मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया जाएगा।

इसके अलावा मेजर अनुज सूद को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद होने पर मरणोपरांत शौर्य चक्र प्रदान करने का निर्णय लिया गया है। राइफलमैन प्रणव ज्योति दास को पूर्वोत्तर में उग्रवादियों को मार गिराने और सफल अभियान के लिए शौर्य चक्र तथा पैराट्रूपर सोनम तमांग को जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों से लौहा लेने के लिए शौर्य चक्र से सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है।

CRPF को 73  वीरता पदक : देश के सबसे बड़े अर्धसैनिक बल सीआरपीएफ के कर्मियों को जम्मू कश्मीर में आतंकवाद रोधी अभियान चलाने और माओवाद से प्रभावित क्षेत्रों में नक्सलियों से लोहा लेने के लिए 73 वीरता पदक से सम्मानित किया गया है। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की ओर से जारी एक वक्तव्य में कहा गया कि रक्षा मंत्रालय ने बल के चार कर्मियों को कीर्ति चक्र देने की घोषणा भी की है।
 
सीआरपीएफ की 92वीं बटालियन के निरीक्षक पिंटू कुमार सिंह, हेड कांस्टेबल श्याम नारायण सिंह यादव और कांस्टेबल विनोद कुमार को मरणोपरांत, शांति के दौरान दिए जाने वाले दूसरे सबसे बड़े वीरता पदक कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया है। इन तीनों ने फरवरी 2019 में जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में 34 घंटे तक आतंकवादियों से लड़ने के बाद अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे।
 
सीआरपीएफ की ओर से बताया गया कि पिछले साल सितंबर में श्रीनगर स्थित बटमालू में एक आतंकवाद रोधी अभियान के दौरान गंभीर रूप से घायल होने वाले डिप्टी कमांडेंट राहुल माथुर को भी कीर्ति चक्र प्रदान किया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी तालिका के अनुसार जम्मू कश्मीर पुलिस को 52 पुलिस वीरता पदक से सम्मानित किया गया है।
 
इसके अलावा बीएसएफ के 20, दिल्ली पुलिस के 17, महाराष्ट्र पुलिस के 13 तथा अन्य पुलिस विभाग के कर्मियों को पुलिस वीरता पदक प्रदान किया गया है। सीआरपीएफ को दिए गए 69 पदकों में से 61 पदक उन कर्मियों को दिए गए हैं जिन्होंने जम्मू कश्मीर में अदम्य साहस का परिचय दिया। सीआरपीएफ के महानिदेशक एपी माहेश्वरी ने कहा कि यह पूरे बल के लिए गर्व का विषय है कि कृतज्ञ राष्ट्र ने हमारे जवानों का सम्मान किया है और गणतंत्र दिवस पर 73 वीरता पदक प्रदान किए गए हैं।

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