कांग्रेस के कई नेताओं ने सिंधिया को 'गद्दार' कहा। कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने लिखा- 'एक इतिहास बना था 1857 में झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई की मौत से, फिर एक इतिहास बना था 1967 में संविद सरकार से और आज फिर एक इतिहास बन रहा है... - तीनों में यह कहा गया है कि हाँ हम है...'
माना जा रहा है कि सिंधिया अपने समर्थकों के साथ शाम तक भाजपा में शामिल हो जाएंगे। सिंधिया समर्थक विधायकों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ जाएगी। विधानसभा के मौजूदा सियासी समीकरण को देखे तो विधानसभा में कांग्रेस विधायकों की संख्या 114 है जबकि उसका निर्दलीय और बसपा और सपा के साथ 7 विधायकों का समर्थन मिला हुआ है।