इसे देखते हुए पार्टी के सभी सदस्यों से अनुरोध किया जाता है कि वे सुबह 11 बजे से लेकर सदन स्थगित होने तक सदन में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें तथा पार्टी के रुख का समर्थन करें। राज्यसभा में गुरुवार को दिल्ली से संबंधित अध्यादेश के स्थान पर विधेयक पेश किए जाने की संभावना है। विपक्ष पहले ही कह चुका है कि वह इस विधेयक का विरोध करेगा।