दस साल पहले स्थापित होने के बाद से, नीति आयोग PMO का एक अटैचड ऑफिस रहा है। यह नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री के लिए ढोल पीटने वाले तंत्र के रूप में काम करता है।
किसी भी रूप में इसने सहकारी संघवाद को मज़बूत नहीं किया है। इसका काम करने का तरीक़ा स्पष्ट रूप से पक्षपात से भरा रहा है।…