पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर एक पोस्ट में एक खबर साझा की, जिसमें कहा गया कि गुजरात को पोषण के मोर्चे पर अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है, क्योंकि राज्य में 38.09 प्रतिशत आबादी कुपोषित है। इसमें नीति आयोग द्वारा जुलाई में जारी राष्ट्रीय बहुआयामी गरीबी सूचकांक (एमपीआई) रिपोर्ट का हवाला दिया गया।
रमेश ने कहा, जी-2 (मोदी और शाह) देश के सामने हमेशा गुजरात मॉडल की मिसाल देते हैं। लेकिन वे जो नहीं बताते वो हाल ही में नीति आयोग की रिपोर्ट में सामने आया है। गुजरात की 38 प्रतिशत से अधिक आबादी पोषण की कमी से जूझ रही है। ग्रामीण गुजरात की लगभग आधी आबादी पोषण से वंचित है। अविकसित बच्चों के मामले में राज्य का भारत में चौथा सबसे ख़राब स्थान है।
उन्होंने खबर का हवाला देते हुए यह दावा भी किया, कमज़ोर और कम वजन वाले बच्चों के मामले में भारत में गुजरात का दूसरा सबसे ख़राब स्थान है। एक तिहाई से अधिक ग्रामीण आबादी आवास से वंचित है।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)