प्रत्याशियों और पदाधिकारियों के साथ राष्ट्रीय सचिव तौकीर आलम, प्रदीप नरवाल, राजेश तिवारी, बाजीराव खाड़े और सत्यनारायण पटेल और प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बैठक कर हार के कारण पूछे।
कई प्रत्याशियों ने संगठन का साथ न देने और स्थानीय नेताओं द्वारा मदद न करने की शिकायत की। ज्यादातर ने चुनाव दो पार्टियों के बीच सीधा होने को कांग्रेस प्रत्याशियों की हार का कारण बताया। वहीं प्रत्याशियों से यह भी पूछा गया कि किन लोगों ने उनकी मदद की, कितनों ने अच्छा काम किया। प्रियंका गांधी सभी राष्ट्रीय सचिवों, प्रदेश अध्यक्ष और उपाध्यक्षों के साथ मंगलवार को दिल्ली में बैठक करेंगी।
387 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिनकी जमानत जब्त हो गई जबकि इस चुनाव में प्रियंका गांधी ने लड़की हूं, लड़ सकती हूं अभियान के तहत नया प्रयोग किया था और 40 फीसदी टिकट महिलाओं को दिए थे।