मौत नहीं मोक्ष : पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि मृत्यु तो सबको आनी है, आपको मरना है, हमें भी मरना है। लेकिन, गंगा किनारे जो मरेगा वह तो मोक्ष ही पाएगा। उन्होंने कहा कि हादसा दुखद है। यहां कोई भी मरा नहीं है। हां, कुछ लोग असमय चले गए हैं। उन्होंने कहा कि यह बात तय है कि जाना सबको है। कोई 20 साल बाद जाएगा तो कोई 30 साल बाद जाएगा। इस बात का दुख है कि वे असमय चले, लेकिन उनकी मृत्यु नहीं हुई है, उन्हें मोक्ष मिला।