Balasore Train Accident update : ओडिशा के बालासोर जिले में बाहानगा बाजार के निकट दो जून को हुई दुर्घटना में 292 लोगों की मौत हो गई थी और 1,000 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। इस बीच बालासोर हादसे की जांच रेल सुरक्षा आयुक्त (CRS) कर रहा था। इसने अपनी रिपोर्ट रेलवे प्रशासन को सौंप दी है। मीडिया खबरों के मुताबिक रिपोर्ट में भारतीय रेलवे के सिग्नलिंग और टेलीकॉम विभाग में कई स्तरों पर हुई खामियों को जिम्मेदार बताया गया है। हालांकि इस पर भारतीय रेलवे का इस पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
ट्रेन हादसा नॉर्थ सिग्नल गुमटी पर किए गए सिग्नलिंग-सर्किट-अल्टरेशन में हुई खामियां और स्टेशन के गेट नंबर 94 पर लेवल क्रॉसिंग के लिए इलेक्ट्रिक लिफ्टिंग बैरियर के प्रतिस्थापन से संबंधित सिग्नलिंग कार्य के कारण हुआ है।
ओडिशा के बालासोर में 2 जून को हुई ट्रेन दुर्घटना की जांच के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति ने पाया है कि हादसे की मुख्य वजह 'गलत सिग्नलिंग' थी। समिति ने इस मामले में सिग्नलिंग एवं दूरसंचार (एस एंड टी) विभाग में 'कई स्तरों पर चूक' को रेखांकित किया है।
तो नहीं होती त्रासदी : साथ ही समिति ने संकेत दिया कि यदि पिछली चेतावनी को ध्यान में रखा जाता, तो त्रासदी से बचा जा सकता था। रेलवे सुरक्षा आयोग (सीआरएस) की ओर से रेलवे बोर्ड को सौंपी गई स्वतंत्र जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि सिग्नलिंग कार्य में खामियों के बावजूद, यदि दुर्घटना स्थल बाहानगा बाजार के स्टेशन प्रबंधक ने एस एंड टी कर्मचारियों को दो समानांतर पटरियों को जोड़ने वाले स्विचों के 'बार-बार असामान्य व्यवहार' की सूचना दी होती, वे उपचारात्मक कदम उठा सकते थे।
कांग्रेस ने सरकार पर लगाया आरोप : कांग्रेस ने बालासोर रेल हादसे से जुड़ी जांच रिपोर्ट को लेकर मंगलवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा तथा उस पर रेल सुरक्षा के बुनियादी मुद्दों को लेकर समझौता करने का आरोप लगाया।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि सरकार को रेल को पटरी पर लाने के लिए समग्र रुख अपनाना चाहिए।
रमेश ने ट्वीट किया कि यह हम लंबे समय से कहते आ रहे हैं। वंदे भारत का उद्घाटन करने की उत्सुकता और बुलेट ट्रेन की बात करने के चक्कर में मोदी सरकार ने रेल सुरक्षा के बुनियादी मुद्दों पर समझौता किया है। रेलवे सुरक्षा फोटो खिंचवाने और सुर्खियों में आने से नहीं होती है।
उन्होंने कहा कि बालासोर त्रासदी एक मानवीय त्रुटि थी जिसके मूल में प्रबंधन की विफलता है। इसमें राजनीतिक नेतृत्व भी शामिल है। उन्होंने कहा कि रेलवे को पटरी पर लाने के लिए एक समग्र रुख अपनाने की जरूरत है।
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने प्रेस कॉन्फेंस में कहा कि इस रिपोर्ट से सरकार के सारे झूठ सामने आ गए हैं। सरकार पहले रेल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करे। यह सरकार की जिम्मेदारी है।
सीबीआई जांच की रिपोर्ट का इंतजार : सीबीआई भी इस ट्रेन हादसे की जांच कर रही है। मीडिया खबरों के मुताबक सीबीआई ने इस मामले में कई लोगों को हिरासत में लेकर से पूछताछ भी की है। Edited By : Sudhir Sharma