बिपरजॉय अब जखाऊ से 140 किमी दूर, भारी बारिश से भुज में सड़कों पर भरा पानी

गुरुवार, 15 जून 2023 (15:31 IST)
-वेबद‍ुुुुनिया गुजराती डेस्क
Cyclone Biporjoy effect : बिपरजॉय अब जखाऊ से 140 किमी दूर है। गुजरात के भचाऊ और जखाऊ में तूफान का असर शुरू होते ही झमाझम बारिश शुरू हो गई है। भुज में भारी बारिश के कारण पुराने बस स्टैंड के पास सड़क पर पानी भर गया। उधर, तूफान की वजह से उत्तर गुजरात में भी मौसम में बदलाव देखा जा रहा है।
बनासकांठा, पाटन, कच्छ, मेहसाणा, साबरकांठा, मोरबी, गांधीनगर, अरावली, खेड़ा, अहमदाबाद, आनंद, सुरेंद्रनगर, जामनगर, पोरबंदर, जूनागढ़, द्वारका और गिर-सोमनाथ के साथ-साथ दीव में 62 से 87 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही। यहां बिजली गिरने की संभावना है।
 
तूफान की वजह से कच्छ के तटीय इलाकों के गांव बंद नजर आए। पश्चिम कच्छ के नखतराना गांव को पूरी तरह से बंद देखा गया। गांव की सड़क-सड़क की दुकानें बंद नजर आई हैं। लोग भी घर में रहकर प्रशासनिक व्यवस्था का सहयोग व सहयोग कर रहे हैं। नखतराना गांव को कच्छ के बारडोली के नाम से जाना जाता है।
 
चक्रवात बिपारजॉय धीरे-धीरे तेज होता जा रहा है। बिपरजोय तूफान के कारण मांडवी सहित आसपास के गांवों में बंद देखा जा रहा है। मांडवी समुद्र तट से 6 किमी दूर मोटा लाइजा गांव भी सख्त बंद के दायरे में देखा गया है। लोग अपने घरों को बंद कर सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं। बड़े लैजा गांव की आबादी लगभग 5000 है।
 
दूसरी ओर, भचाऊ तालुका में जंगी-ललियाना रोड के बीच तेज हवा के कारण बिजली का खंभा गिर गया। जाखू बंदरगाह से केवल 180 किमी दूर है। इस समय मांडवी में बारिश हो रही है और मांडवी सागर में 15 से 20 फीट ऊंची लहरें उठ रही हैं।
 
चक्रवात के संभावित प्रभाव को देखते हुए कच्छ के स्कूलों और कॉलेजों में दो और दिनों की छुट्टी घोषित की गई है। अब 17 जून तक शैक्षणिक कार्य पूरी तरह बंद रहेगा। शासकीय, अनुदानित, गैर अनुदानित प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च माध्यमिक विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में अवकाश घोषित किया गया है। हालांकि प्राचार्य व कर्मचारियों को अनिवार्य रूप से मुख्यालय आना होगा।
 
मौसम विभाग के अनुसार तूफान के दौरान 130 से 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। नलिया में कलेक्टर के आदेशानुसार आवश्यक वस्तुओं को छोड़कर अन्य दुकानें व बाजार बंद रहे। सड़कें भी सुनसान रहीं। जिले में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आरपीएफ और दमकल विभाग की टीमें तैनात की गई हैं। लगभग 46000 लोगों को निकाला गया है। कच्छ की प्रशासनिक व्यवस्था किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
Edited by : Nrapendra Gupta 

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