आईएमडी ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी पर कम दबाव का क्षेत्र 22 अक्टूबर के आसपास पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी पर एक गहरे दबाव में बदल सकता है। इस प्रणाली के रविवार सुबह तक पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने का अनुमान है। इसके बाद उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बांग्लादेश तट की तरफ इसका रुख रहने का पूर्वानुमान जताया गया है।
मौसम विज्ञानियों ने चेताया है कि कभी-कभी तूफान पूर्वानुमानित पथ से भटक सकते हैं, जैसा कि चक्रवात बिपरजॉय के मामले में देखा गया था। बिपरजॉय जून में अरब सागर में बना था और शुरू में उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ने के बाद गुजरात में मांडवी और पाकिस्तान में कराची की तरफ गुजरा था।