प्रतिबंधित पशु के वध को लेकर हुआ 'दादरी कांड'

बुधवार, 7 अक्टूबर 2015 (11:48 IST)
नई दिल्ली। दादरी में भीड़ के हाथों एक व्यक्ति के मारे जाने की घटना पर छिड़े विवाद के बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने आज इस पर केंद्र को एक रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें इस बात का जिक्र किया गया है कि मृतक मोहम्मद अखलाक और उसके बेटे पर हमला एक ‘प्रतिबंधित पशु’ का वध करने के आरोपों को लेकर हुआ था।
 
रिपोर्ट में कहा गया है कि 28 सितबर की रात करीब साढ़े 10 बजे एक खास समुदाय के लोग अखलाक के घर में घुस गए और उस पर तथा उसके बेटे दानिश पर हमला किया। उन्होंने उनकी पिटाई की और घर में तोड़फोड़ करते हुए उन पर प्रतिबंधित पशु का वध करने का आरेाप लगाया।
 
इस घटना में 50 वर्षीय अखलाक की मौत हो गई जबकि दानिश गंभीर रूप से घायल हो गया और अस्पताल में भर्ती है। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि इस रिपोर्ट में घटना का तथ्यात्मक विवरण है जैसा कि गौतम बुद्धनगर जिले में दादरी के स्थानीय थाने में दर्ज प्राथमिकी में रिकार्ड है।
 
घटना के बाद की गयी कार्रवाई के बारे में रिपोर्ट में कहा गया है कि प्राथमिक जांच के बाद कुछ संदिग्ध पकड़े गए हैं। इस हत्या के पीछे की संभावित वजह का विस्तार से जिक्र किये बगैर रिपोर्ट में कहा गया कि जांच जारी है।
 
इससे पहले गृह मंत्रालय ने एक अक्तूबर को राज्य सरकार से इस घटना और इसके पश्चात प्रशासन द्वारा की गयी कार्रवाई का ब्योरा मांगा था। मंत्रालय ने कल फिर इस संबंध में राज्य सरकार का ध्यान आकर्षित किया। उत्तर प्रदेश सरकार ने कल देर रात रिपोर्ट भेजी।
 
दादरी एवं अन्य स्थानों की सांप्रदायिक घटनाओं से चिंतित केंद्र ने कल सभी राज्यों से उन लोगों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करने का कहा है जो धार्मिक भावनाओं का दोहन कर धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को कमजोर करने का प्रयत्न करते हैं।
 
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बयान में कहा था कि वह उत्तर प्रदेश के दादरी की हाल की दुर्भाग्यपूर्ण घटना समेत देश में सांप्रदायिकता से जुड़ी विभिन्न घटनाओं को लेकर चिंतित है। दादरी में गोमांस खाने की अफवाह को लेकर एक व्यक्ति को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला था। (भाषा)

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