नई दिल्ली। एनआई ने दावा किया कि मोस्ट वांटेड आंतकी और अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम ने मोदी सरकार को अस्थिर करने के लिए भारत में सांप्रदायिक तनाव फैलाने की साजिश रची थी। इस कुख्यात अपराधी के निशाने पर न सिर्फ धार्मिक और आरएसएस के नेता थे, बल्कि वह चर्चों पर हमला करने की भी योजना बना चुका था।
अंग्रेजी अखबार 'टाइम्स ऑफ इंडिया' ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि डी-कंपनी के इन सदस्यों को मोदी सरकार बनने के तुरंत बाद भारत में तनाव फैलाने, चर्चों और RSS नेताओं को निशाना बनाने का काम दिया गया था।
हालांकि, जांच के दौरान एनआईए को पता चला कि डी-कंपनी के सदस्य जावेद चिकना और जाहिद मियां उर्फ 'जाओ' हिंदू नेताओं की हत्याओं के मास्टरमाइंड थे। उनकी दूसरे धार्मिक नेताओं और चर्चों पर हमला करने की योजना थी ताकि देश में तनाव फैल सके।