दाऊद ने मोदी सरकार के खिलाफ रची थी बड़ी साजिश

शुक्रवार, 6 मई 2016 (09:55 IST)
नई दिल्ली। एनआई ने दावा किया कि मोस्ट वांटेड आंतकी और अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम ने मोदी सरकार को अस्थिर करने के लिए भारत में सांप्रदायिक तनाव फैलाने की साजिश रची थी। इस कुख्यात अपराधी के निशाने पर न सिर्फ धार्मिक और आरएसएस के नेता थे, बल्कि वह चर्चों पर हमला करने की भी योजना बना चुका था।
 
अंग्रेजी अखबार 'टाइम्स ऑफ इंडिया' ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि डी-कंपनी के इन सदस्यों को मोदी सरकार बनने के तुरंत बाद भारत में तनाव फैलाने, चर्चों और RSS नेताओं को निशाना बनाने का काम दिया गया था।
 
एक बड़ी साजिश के तहत दाऊद के शार्पशूटरों ने 2 नवंबर 2015 को गुजरात में दो दक्षिणपंथी नेताओं शिरीष बंगाली और प्रग्नेश मिस्त्री की हत्या कर दी थी।
 
इस वारदात के बाद पकड़े गए शूटर्स ने दावा किया था कि उन्होंने 1993 के मुंबई के सीरियल धमाकों के आरोपी याकूब मेमन की फांसी का बदला लेने के लिए इन हत्याओं को अंजाम दिया।
 
हालांकि, जांच के दौरान एनआईए को पता चला कि डी-कंपनी के सदस्य जावेद चिकना और जाहिद मियां उर्फ 'जाओ' हिंदू नेताओं की हत्याओं के मास्टरमाइंड थे। उनकी दूसरे धार्मिक नेताओं और चर्चों पर हमला करने की योजना थी ताकि देश में तनाव फैल सके। 
 
जांच एजेंसी अपनी चार्जशीट में दाऊद को शामिल नहीं करेगी। उसके खिलाफ सबूत पाए जाने पर उसके नाम की एक सप्लिमेंटरी चार्जशीट दाखिल की जाएगी। गौरतलब है कि जाओ और चिकना के ताजा तस्वीरों के साथ पहले ही रेड कॉर्नर नोटिस जारी हो चुका है।

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