नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने गुरुवार को घोषणा की कि वह 6 महीने के भीतर अपनी कारों के पूरे बेड़े को इलेक्ट्रिक वाहनों में तब्दील कर देगी। सरकार ने कहा कि उसे उम्मीद है कि उसका निर्णय देश और दुनिया के अन्य शहरों को प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन की समस्या से निपटने के लिए प्रेरित करेगा, जिसकी बहुत जरूरत है। सरकार के पास 2000 से अधिक कारें हैं।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट किया, यह ऐतिहासिक है! मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के दिल्ली को 'इलेक्ट्रिक वाहन की राजधानी' बनाने की परिकल्पना से प्रेरित होकर दिल्ली सरकार आज भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में पहली सरकार बन गई, जिसने छह महीने की समय सीमा के भीतर अपने कारों के पूरे बेड़े को इलेक्ट्रिक वाहन में तब्दील करने की घोषणा की है। स्विच दिल्ली पहल घर से शुरू करें।
उन्होंने कहा, इस निर्णय का प्रभाव 2000 से अधिक कारों पर होगा और अगले छह महीनों में यह काम पूरा हो जाएगा। हमें उम्मीद है कि यह निर्णय भारत और दुनियाभर के शहरों और सरकारों को प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन की समस्या से निपटने के लिए प्रेरित करेगा और इसकी अत्यंत आवश्यकता है।
दिल्ली सरकार ने वायु प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए पिछले साल अगस्त में इलेक्ट्रिक वाहन नीति शुरू की थी। नीति के तहत, सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में पंजीकरण शुल्क, पथ कर को माफ करने और नई कारों के लिए 1.5 लाख रुपए तक की प्रोत्साहन राशि प्रदान करने की बात कही थी।(भाषा)