Delhi Floods update : पिछले दिनों जब यमुना का जलस्तर बढ़ा तब दिल्ली के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए थे। आम आदमी के घरों को तो छोड़िए, दिल्ली सरकार के मंत्रियों और विधायकों तक के घरों में पानी पहुंच गया था।
देश का सबसे वीआईपी इलाका कहा जाने वाला लुटियंस में भी पहुंच गया था। दिल्ली पर अब फिर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
मीडिया खबरों के मुताबिक यमुना का जलस्तर फिर से खतरे के निशान से ऊपर जा चुका है। रविवार शाम 4 बजे यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया, जो 206.31 मीटर दर्ज किया गया। दिल्ली सरकार अब निचले इलाकों को खाली करने की घोषणा कर रही है।
हाईअलर्ट पर दिल्ली सरकार : अधिकारियों ने कहा कि नदी के जलस्तर में वृद्धि से राष्ट्रीय राजधानी के बाढ़ प्रभावित निचले इलाकों में राहत एवं पुनर्वास के काम पर असर पड़ सकता है।
राजस्व मंत्री आतिशी ने शनिवार को कहा था कि हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में दो लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के कारण बाढ़ के खतरे के मद्देनजर दिल्ली सरकार हाई अलर्ट पर है।
उन्होंने आशंका जताई थी कि अगर जलस्तर 206.7 मीटर तक पहुंचता है, तो यमुना खादर के कुछ हिस्से जलमग्न हो सकते हैं।
200 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया : गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने हिंडन नदी में बढ़ रहे जलस्तर के मद्देनजर निचले इलाकों के लिए बाढ़ की चेतावनी जारी की है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि शनिवार को नदी का जलस्तर बढ़ने की चेतावनी जारी होने के बाद पांच गांवों के करीब 200 लोगों को शनिवार को राहत शिविरों में पहुंचाया गया जहां पर प्रशासन की ओर से खाने पीने और स्वास्थ्य देखभाल की व्यवस्था की गई है।
अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अतुल कुमार ने बताया कि काली नदी से लगातार हिंडन में पानी छोड़ा जा रहा है। जिसकी वजह से नदी का जलस्तर बढ़ा है।
उन्होंने बताया कि गाजियाबाद बैराज पर हिंडन नदी के खतरे का निशान 205.80 मीटर है और इस समय नदी का जल स्तर 200.65 मीटर है।
गौतमबुद्ध नगर जिला हिंडन और यमुना नदियों के बीच स्थित है। जिले में हाल ही में यमुना नदी के किनारे बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई थी जिससे करीब 550 हेक्टेयर भूमि जलमग्न हो गई और हजारों लोग और मवेशी प्रभावित हुए थे। Edited By : Sudhir Sharma