उन्होंने कहा कि 14-20 साल सजा मिलने के बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार दोषियों को रिहा किया गया। लेकिन इन दोषियों को रिहाई के बाद सम्मानित करना गलत है। अपराधी, अपराधी है। किसी को उनका समर्थन नहीं करना चाहिए।
डर के मारे कई लोगों ने छोड़ा गांव : गुजरात के दाहोद जिले के रंधिकपुर गांव के एक निवासी ने दावा किया कि 2002 के दंगों के दौरान बिल्कीस बानो के साथ बलात्कार और उनके परिवार के सात सदस्यों की हत्या के जुर्म में उम्र कैद की सजा पाए 11 दोषियों की रिहाई के बाद सुरक्षा चिंताओं के चलते कई मुसलमान गांव छोड़कर चले गए हैं। वह घटना इसी गांव में हुई थी।