अच्छे दिन आए, डीजल सस्ता हुआ...

शनिवार, 18 अक्टूबर 2014 (19:17 IST)
नई दिल्ली। दीपावली से पहले सरकार ने शनिवार को राहत देते हुए डीजल के दाम घटा दिए हैं। साथ ही डीजल की कीमतें अब सरकारी नियंत्रण से भी मुक्त हो गई हैं।


वित्तमंत्री अरूण जेटली ने कहा कि मंत्रिमंडल की बैठक में डीजल के दाम को नियंत्रमुक्त करने का फैसला किया गया। इसका मतलब है कि डीजल के खुदरा दाम अब अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल कीमतों की घटबढ़ के अनुसार तय होंगे।

सरकार के इस कदम के चलते डीजल के दाम आज मध्यरात्रि से 3.37 रुपए प्रति लीटर कम हो जाएंगे। डीजल के दाम में पांच साल में यह पहली कटौती है। इससे पहले 29 जनवरी 2009 को डीजल में दो रुपए की कटौती की गई थी।

डीजल के दाम में पिछली बार एक सितंबर को 50 पैसे की वृद्धि की गई थी और जनवरी 2013 के बाद से इसमें 19 किस्तों में 11.81 रुपए लीटर की वृद्धि हो चुकी है।

डीजल के दाम नियंत्रणमुक्त करने का इससे अच्छा अवसर नहीं हो सकता था क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल के दाम चार साल के निचले स्तर पर हैं जबकि दो प्रमुख राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हो चुका है।

भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने हाल ही में सरकार से ‘इस मौके का फायदा उठाने’ को कहा था। ऐसा समय जब मुद्रास्फीति पांच साल के निचले स्तर पर है और तेल कंपनियां पहली बार डीजल पर मुनाफा कमा रही हैं।

ब्रेंट क्रूड तेल के दाम इस साल 25 प्रतिशत टूटकर लगभग 83 डॉलर प्रति बैरल पर आ गए हैं और इनके निकट भविष्य में इनके 100 डॉलर प्रति बैरल का स्तर छूने का अनुमान नहीं है।

उल्लेखनीय है कि पूर्ववर्ती संप्रग सरकार ने 2010 में पेट्रोल की कीमतों को नियंत्रण मुक्त कर दिया था। इसके साथ ही उसने पिछले साल जनवरी में डीजल के दाम में हर महीने 50 पैसे लीटर वृद्धि का फैसला किया। पेट्रोल के दाम तब से कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों के हिसाब से ही तय होती हैं और अगस्त के बाद से इसमें पांच बार कमी की जा चुकी है। (भाषा)

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