डॉ. जनक ने किया न्यूयॉर्क में भारत का प्रतिनिधित्व

जिमी मगिलिगन सेंटर फॉर सस्टेनेबल डेवलेपमेंट की डायरेक्टर और सोलर कुकर्स इंटरनेशनल की ग्लोबल एडवाजर के रूप में डॉ. जनक पलटा ने सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लक्ष्यों के परिपालन के लिए यूनाइटेड नेशन न्यूयॉर्क में आयोजित 10 दिवसीय हाई लेवल पॉलिटिकल फोरम के कार्यक्रम में भारत के प्रतिनिधि के तौर पर हिस्सा लिया, जहां सभी सरकारों से इस बारे में पहल करने, समाज के हर स्तर और सोलर कुकिंग त कनीक के साथ-साथ सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु कार्य करने वाले साझेदारों का ध्यान इस ओर आकर्ष‍ित किया गया।   

डॉ. जनक पलटा से अपने अनुभव के आधार पर बताया कि लोगों में सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स के बारे में जागरुता नहीं है, ना ही अधिकांश लोग इस बारे में जानते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि लोगों को न केवल इस बारे में जागरुक होना चाहिए, बल्कि इसे जिम्मेदारी की तरह लेते हुए सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स के परिपालन हेतु प्राथमि‍कताएं भी तय करनी चाहिए। महिलाओं और युवतियों के साथ सार्वजनिक या निजी स्थानों पर होने वाली सामान्य और यौन हिंसा को रोकने में भी यह मददगार साबित होगा और सोलर कुकिंग एवं खाद्य तकनीकों के माध्यम से महिला उद्यमिता को भी बल मिलेगा। 

जनक पलटा ने किसानों पर होने वाली जातिगत हिंसा, आत्महत्याओं के साथ-साथ महिलाओं की समस्याओं की ओर भी ध्यान आकर्ष‍ित किया जिसमें धुंए के बीच खाना पकाना भी शामिल है। उन्होंने कहा कि एसडीजी के सफल परिपालन के लिए युवाओं, स्थायी लोगों और महिलाओं को जोड़ने के साथ-साथ सरकारों द्वारा आधारभूत सुविधाओं हेतु सहयोग बेहद आवश्यक है। 

अपने वक्तव्य में डॉ. जनक पलटा ने कहा कि एसडीजी का परिपालन वैश्विक एकता, भारतीय एकता, न्याय, प्रेम व शांति, महिला-पुरुष समानता और लोगों में परस्पर दीर्घकालिक मेल, शाकाहार और पंचमूलभूत तत्वों के बिना बिल्कुल भी संभव नहीं है।  अंतत: हाई लेवल पॉलिटिकल फोरम में भारत के प्रतिनिधि के तौर पर हिस्सा लेने को उन्होंने अपना गौरव बताते हुए कहा कि यहां मिलने वाले हर व्यक्ति से उन्होंने सस्टेनेबल लाइफस्टाइल को व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से अपनाने के बारे में सीखा, परंतू यह एक बड़ी चुनौति है कि हम सस्टेनेबल चॉइस के साथ वैश्विक सोच रखते हुए स्थायी बने रहें।

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