कश्मीरियत के साथ हो जम्मूयियत और लद्दाखियत...

बुधवार, 10 अगस्त 2016 (15:36 IST)
नई दिल्ली। राज्यसभा में बुधवार को कश्मीर का मुद्दा छाया रहा। पहले गुलाम नबी आजाद ने प्रधानमंत्री की इस मुद्दे पर आलोचना की तो उसके बाद कश्मीर से ही ताल्लुक रखने वाले डॉ. कर्णसिंह ने कश्मीर की हिंसा पर चिंता जताई।
कश्मीर मसले के समाधान के लिए पूर्व प्रधानमंत्री अटल‍बिहारी वाजपेयी की बात 'कश्मीरियत, जम्हूरियत और इंसानियत' का उल्लेख करते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि इसमें जम्मूयियत और लद्दाखियत को भी जोड़ना होगा।
 
उन्होंने कश्मीर की हिंसा पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि बुरहान वानी की मौत से पहले घाटी में होटल, गार्डन सभी पर्यटकों से भरे हुए थे, लेकिन अब स्थितियां इसके उलट हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर समस्या का हल सबको मिलकर ढूंढना होगा। डॉ. सिंह कश्मीर हिंसा को राष्ट्रीय त्रासदी निरूपित करते हुए कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है।

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