भारत ने किया ग्लाइड बम का परीक्षण

शनिवार, 20 दिसंबर 2014 (16:45 IST)
भुवनेश्वर। भारत ने शुक्रवार स्वदेशी तकनीक से विकसित एक हजार किलोग्राम वजन के निर्देशित ग्लाइड बम का परीक्षण किया जिसने 100 किलोमीटर की दूरी पर लक्ष्य भेदन में सफलता पाई। इसके साथ ही भारत निर्देशित और पूरी सटीकता के साथ लक्ष्य को भेदने वाले बम बनाने में आत्मनिर्भर हो गया है।
 
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के महानिदेशक अविनाश चंद्र ने बताया, देश के पास आज बेहद सटीकता से 100 किलोमीटर तक मार करने में सक्षम भारी बमों का डिजाइन तैयार करने, उन्हें विकसित करने और उनके प्रक्षेपण की क्षमता है।
 
डीआरडीओ द्वारा तैयार किए गए बम को भारतीय वायुसेना के विमान से सागर में गिराया गया। एक सरकारी बयान में यह जानकारी दी गई है।
 
विमान में लगी निर्देशन प्रणाली से निर्देशित यह बम करीब 100 किलोमीटर तक नीचे गया और सफलतापूर्वक पूरी सटीकता के साथ लक्ष्य को भेदा।
 
ग्लाइड बम की इस पूरी प्रक्रिया की निगरानी यहां से करीब 230 किलोमीटर दूर ओडिशा के बालेश्वर जिले में चांदीपुर एकीकृत परीक्षण रेंज पर लगाए गए इलैक्ट्रो आप्टिक सिस्टम तथा राडारों द्वारा की गई। डॉ. चंद्र ने भारतीय वायुसेना की टीम सहित टीम के सभी सदस्यों को इस सफलता की बधाई दी। (भाषा) 

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