शुरू में इसे छत पर मौजूद बंदरों की हरकत समझी : सीताराम बाजार के एक अन्य निवासी सुंदर लाल ने शुरू में इसे छत पर मौजूद बंदरों की हरकत समझी। उन्होंने कहा कि पहले तो हमें लगा कि छत पर मौजूद बंदर शोर मचा रहे हैं, लेकिन फिर हमें एहसास हुआ कि यह भूकंप है, इसलिए हम सब बाहर भागे। उन्होंने कहा कि यह बहुत तेज भूकंप था और हम सब डर गए थे। लेकिन शुक्र है कि झटके ज्यादा देर तक नहीं रहे।
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