दिल्ली-NCR में सोमवार की सुबह भूंकप के तेज झटके महसूस किए गए। ये झटके इतने तेज थे कि लोग डर कर अपने घरों से बाहर आए गए। दिल्ली-एनसीआर में आया ये भूकंप पिछले कई भूकंप से काफी अलग बताया जा रहा है। दरअसल, इसकी सबसे बड़ी वजह है भूकंप के साथ एक तेज आवाज का आना। दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले ज्यादातर लोगों ने सुबह-सुबह ठीक उस समय ये आवाज सुनी जब भूकंप के झटके पहली दफा महसूस किए गए। अब इस आवाज के पीछे की वजह क्या है इसका खुलासा करने के लिए भू-वैज्ञानिक रिसर्च कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि ये आवाज बिल्कुल अलग सी आवाज थी। जिसे भूकंप के साथ-साथ पहले कभी नहीं सुना गया था।
बहुत तेज़ थे झटके, दहशत में लोगों ने सुनाई आपबीती : राष्ट्रीय राजधानी और आसपास के इलाकों में सोमवार सुबह 4.0 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप के झटकों के बाद लोग तुंरत अपने घरों से बाहर दौड़ पड़े। लोगों के अनुसार भूकंप कम समय के लिए था, लेकिन तीव्रता बहुत ज्यादा थी। ऐसा लगा जैसे कोई ट्रेन बहुत तेज गति से आई हो। दिल्ली में आए भूकंप के कारण लोग डरे हुए हैं। उस पल को याद कर बस यही कहा रहे हैं कि ऐसे कभी महसूस नहीं किया। ये लोग आराम से अपने घरों में सो रहे थे। तभी अचानक से सोमवार सुबह 5:37 बजे लोगों को भूकंप के झटके महसूस हुए। ये झटके इतने तेज थे कि इमारतें हिलने लगी और लोगों को अपने घरों से बाहर भागना पड़ा। देखते ही देखते अफरातफरी का माहौल बन गया। हर कोई बुरी तरह से डर गया। भूकंप के बाद लोगों में खौफ का माहौल हो गया। तुरंत ही लोग घरों से बाहर निकलने लगे। इस भूकंप का सेंटर दिल्ली था और गहराई महज 5 किमी थी। हालांकि, अब तक किसी नुकसान की कोई खबर नहीं है। गाजियाबाद के रहने वाले एक शख्स ने बताया कि काफी तगड़ा झटका था। हमें ऐसा लगा जैसे ट्रेन चल रही हो। मतलब कुछ ऐसा लगा कि धरती फटने वाली है। इससे पहले ऐसा कभी महसूस नहीं हुआ। पूरी बिल्डिंग हिल गई।
दिल्ली में क्यों आया भूकंप: भूवैज्ञानिकों बताते हैं कि दिल्ली हिमालय के करीब स्थित है। हिमालय के करीब होने के कारण दिल्ली एक 'भूकंपीय क्षेत्र' माना जाता है। हिमालय भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटों के टकराने से बना है, जिसके कारण इस क्षेत्र में अक्सर भूकंप आते हैं। दिल्ली में कई भ्रंश रेखाएं (Fault Lines) हैं, जो पृथ्वी की सतह में दरारें हैं। जब इन भ्रंश रेखाओं के साथ तनाव जमा होता है, तो भूकंप आ सकता है। दिल्ली में आज आया भूकंप इन भ्रंश रेखाओं में आया तनाव ही हो सकता है। इसके अलावा दिल्ली की मिट्टी रेतीली और जलोढ़ है, जो भूकंप के दौरान अस्थिर हो सकती है और इमारतों को नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए कहा जाता है कि दिल्ली में यदि तेज भूकंप आया, तो भारी नुकसान हो सकता है।
Edited By: Navin Rangiyal