Election Commission warning to political parties: लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को सभी राजनीतिक दलों को आदर्श आचार संहिता के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। आयोग ने तथ्यहीन बयान देकर मतदाताओं को गुमराह करने को लेकर भी पार्टियों को आगाह किया है। आगामी अप्रैल-मई में हो सकते हैं लोकसभा चुनाव।
आयोग की ओर से जारी एक परामर्श में राजनीतिक दलों, उम्मीदवारों, स्टार प्रचारकों से जाति, धर्म या भाषा के आधार पर अपील न करने के बारे में भी ताकीद की गई है। आयोग ने इसके साथ ही चुनाव प्रचार के लिए मंदिरों, मस्जिदों, चर्च, गुरुद्वारों या अन्य धर्म स्थलों का इस्तेमाल नहीं करने की हिदायत दी।
और क्या है चुनाव आयोग का परामर्श : परामर्श में कहा गया है कि पूर्व में नोटिस प्राप्त कर चुके स्टार प्रचारकों और उम्मीदवारों को आदर्श आचार संहिता उल्लंघन की पुनरावृत्ति पर कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
आयोग ने प्रतिद्वंद्वियों को बदनाम करने वाले या उनका अपमान करने वाले सोशल मीडिया पोस्ट ना करने की भी सलाह दी है। साथ ही कहा कि ऐसी बातें न कही जाएं, जिनमें भक्त-देवता संबंधों का उपहास हो और न ही देवी-देवताओं या ईश्वर की निंदा हो।
मर्यादा और संयम रखने की अपील : सभी राजनीतिक दलों को भेजे गए परामर्श में निर्वाचन आयोग ने राजनीतिक दलों से मर्यादा और अत्यधिक संयम बनाए रखने के साथ ही चुनाव अभियान के स्तर को मुद्दा-आधारित रखने की सलाह दी।
चुनाव अप्रैल-मई में : उल्लेखनीय है कि कि अप्रैल और मई में 543 सीटों के लोकसभा चुनाव हो सकते हैं। पिछली बार की तरह इस बार भी चुनाव 6 से 8 चरणों में हो सकते हैं। माना जा रहा है कि चुनाव आयोग मार्च के दूसरे हफ्ते में चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है। चुनाव की घोषणा के साथ ही देश में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी।
सपा कर चुकी है 31 उम्मीदवार घोषित : अभी सत्तारूढ़ भाजपा ने लोकसभा के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की है, जबकि यूपी में समाजवादी पार्टी ने 3 सूचियां जारी कर 31 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। इस सूची के मुताबिक अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव मैनपुरी से, जबकि चाचा शिवपाल बदायूं से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। यूपी में सपा और कांग्रेस के बीच सीटों का बंटवारा भी हो चुका है। सपा ने कांग्रेस को अमेठी और रायबरेली समेत 17 सीटें दी हैं। इनमें बनारस सीट भी शामिल है। केरल में भी सत्तारूढ़ वामपंथी गठबंधन कुछ सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर चुका है। (एजेंसी/वेबदुनिया)