मुसलमानों के खिलाफ भड़काऊ नारे वाले वायरल वीडियो से विवादों के घेरे में आए अश्विनी उपाध्याय से सीधी बातचीत

विकास सिंह

सोमवार, 9 अगस्त 2021 (18:55 IST)
सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें कुछ लोग एक धर्म विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक उन्मादी भाषण देने के साथ अपशब्दों का प्रयोग कर रहे है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दावा किया जा रहा है कि एक समुदाय विशेष के खिलाफ भड़काउ नारे रविवार को जंतर-मंतर पर हुए ‘भारत जोड़ों आंदोलन’ के दौरान लगाए गए थे।

भारत जोड़ो आंदोलन के जिस कार्यक्रम में भड़काऊ नारे लगाए जाने का दावा किया जा रहा है उसे सुप्रीम कोर्ट के वकील और भाजपा के नेता अश्विनी उपाध्याय ने आयोजित किया था। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के साथ-साथ ट्वीटर पर भी अश्विनी उपाध्याय के समर्थन और विरोध में लगातार ट्रेंड हो रहा है।
 
भड़काऊ नारे वाले वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद एक बार फिर राजनीति गर्मा गई है। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने ट्वीट कर पूरे मामले पर भाजपा को कठघरे में खड़ा किया है वहीं एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने पूरे मामले को संसद में उठाते हुए स्थगत प्रस्ताव का नोटिस दिया। वायरल वीडियो को लेकर ‘वेबदुनिया’ ने भाजपा नेता और सुप्रीम कोर्ट में वकील अश्विनी उपाध्याय से सीधी बातचीत की।  

‘वेबदुनिया’ से बातचीत में वायरल वीडियो से पूरी तरह अपना पल्ला झाड़ते हुए अश्विनी उपाध्याय कहते हैं कि उन्होंने खुद सबसे दिल्ली पुलिस से वायरल वीडियो को लेकर शिकायत की है। वह कहते हैं कि मुझे और ‘भारत जोड़ो आंदोलन’ को बदनाम करने के लिए यह वीडियो बनाया गया है। कुछ लोग साजिशन मुझे बदनाम करने के लिए मेरा नाम लेकर यह वीडियो ट्विटर फेसबुक और वाट्सएप्प पर शेयर कर रहे हैं जबकि वीडियो में दिख रहे लोगों को न तो मैं जानता हूँ, न तो इनमें से किसी से मिला हूँ और न तो इन्हें  कार्यक्रम में बुलाया गया था। 
 
दिल्ली पुलिस से तत्काल वीडियो की सत्यता की जांच की मांग करते हुए अश्विनी उपाध्याय ने कहा है कि यदि यह वीडियो सहीं तो इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कठोर कार्यवाही करें और यदि गलत है तो इसे बनाने वाले और सोशल मीडिया में शेयर करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करें। इसके साथ उन्होंने दिल्ली पुलिस से आग्रह किया है कि वीडियो को शेयर न करने के लिए भी आवश्यक कार्यवाही करें। वह आगे कहते हैं कि जिन लोगों ने इस वीडियो के साथ मेरा नाम जोड़ा है उनके खिलाफ मानहानि की कार्रवाई करूंगा।
 
वहीं अश्विनी उपाध्याय एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी और कांग्रेस सांसद शशि थरुर पर पलटवार करते हुए कहते हैं कि अगर दोनों ही नेता सच में मजहबी उन्माद के खिलाफ है तो वह मजहबी उन्मादियों को आजीवन कारावास और उनकी संपत्ति सीज करना वाला प्राइवेट मेंबर बिल पेश करें, वह खुद दुनिया के सबसे कठोर प्रावधान वाला बिल बनाकर देंगे।

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