Fake claim of India getting veto power in UNSC: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने पिछले महीने न्यूयॉर्क में 79वें संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र को संबोधित किया था। प्रधानमंत्री मोदी के इस संबोधन के बाद सोशल मीडिया (social media) पर एक वीडियो इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की स्थायी सदस्यता और वीटो अधिकार मिल गया है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर 2 अक्टूबर को एक यूजर ने वायरल वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि बधाई! भारत को मिली वीटो पॉवर! विश्व के 180 देशों ने किया भारत का समर्थन, चीन का विरोध पड़ा ठंडा, भारत का दशकों पुराना सपना हुआ पूरा! ये है मोदी के भारत का सुपर पॉवर। मोदी है, तो मुमकिन है।
सुरक्षा परिषद में 10 अस्थायी सदस्य भी होते हैं : इसके अलावा सुरक्षा परिषद में 10 अस्थायी सदस्य भी होते हैं जिन्हें संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 2 साल के कार्यकाल के लिए चुना जाता है। वर्तमान में अल्जीरिया, इक्वाडोर, गुयाना, जापान, माल्टा, मोजाम्बिक, दक्षिण कोरिया, सिएरा लियोन, स्लोवेनिया और स्विट्जरलैंड यूएनएससी के अस्थायी सदस्य हैं।
भारत अब तक कुल 8 बार अस्थायी सदस्य चुना जा चुका है : भारत अब तक कुल 8 बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य चुना जा चुका है। भारत वर्ष 1950, 1967, 1972, 1977, 1984, 1991, 2011 और 2021 में अस्थायी सदस्य के रूप में चुना गया। भारत ने सुरक्षा परिषद के निर्वाचित सदस्य के रूप में अपने 2 साल के कार्यकाल के दौरान वर्ष 2021-22 में दूसरी बार सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता की। इससे पहले भारत ने अगस्त 2021 में यूएनएससी की अध्यक्षता की थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत लंबे समय से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता की मांग कर रहा है। अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, फ्रांस आदि देशों ने भी भारत की स्थायी सदस्यता की मांग का समर्थन किया है लेकिन चीन अपनी वीटो शक्ति का इस्तेमाल कर भारत के दावे का विरोध करता रहा है। हमारी अब तक की जांच से यह स्पष्ट है कि भारत अभी तक यूएनएससी का स्थायी सदस्य नहीं बना है और सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा गलत है।(भाषा)