राहत को सांस लेने में तकलीफ के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इससे पहले 70 वर्षीय राहत ने खुद ट्वीट कर जानकारी दी थी कि कोविड-19 के शुरुआती लक्षण दिखाई देने पर कल सोमवार को मेरा कोरोना टेस्ट किया गया, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
विभिन्न मंचों पर अपनी रचनाओं का पाठ कर चुके राहत ने इस्लामिया करीमिया कॉलेज इंदौर से 1973 में अपनी स्नातक की पढ़ाई पूरी की और 1975 में बरकतउल्लाह विश्वविद्यालय, भोपाल से उर्दू साहित्य में एमए किया। तत्पश्चात 1985 में मध्यप्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय से उर्दू साहित्य में पीएचडी की उपाधि हासिल की।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राहत इंदौरी के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा- अपनी शायरी से लाखों-करोड़ों दिलों पर राज करने वाले मशहूर शायर, हरदिल अज़ीज़ श्री राहत इंदौरी का निधन मध्यप्रदेश और देश के लिए अपूरणीय क्षति है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि उनकी आत्मा को शांति दें और उनके परिजनों और चाहने वालों को इस अपार दुःख को सहने की शक्ति दें।
दोस्ताना ज़िंदगी से मौत से यारी रखो।
राहत जी आप यूं हमें छोड़ कर जाएंगे, सोचा न था। आप जिस दुनिया में भी हों, महफूज़ रहें, सफर जारी रहे।