फानी के प्रचंड वेग ने छोड़े तबाही के निशान, पुरी के कई इलाके पानी में डूबे

Webdunia
शुक्रवार, 3 मई 2019 (14:43 IST)
भुवनेश्वर। भारी बारिश और 175 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की प्रचंड हवाओं के साथ चक्रवाती तूफान फानी ने शुक्रवार को सुबह ओडिशा तट पर दस्तक दी। तूफान के कारण कई पेड़ उखड़ गए और झोपड़ियां तबाह हो गईं। साथ ही मंदिर शहर पुरी के कई इलाके जलमग्न हो गए।
 
अत्यधिक प्रचंड चक्रवाती तूफान सुबह करीब आठ बजे पुरी पहुंचा। हालांकि पूर्व चेतावनी के कारण कम से कम 11 तटीय जिलों के निचले एवं संवेदनशील इलाकों से करीब 11 लाख लोगों को गुरुवार तक हटा लिया गया। क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र, भुवनेश्वर के निदेशक एचआर बिस्वास ने कहा कि चक्रवात सुबह करीब आठ बजे पुरी तट पर पहुंचा।
विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) बीपी सेठी ने बताया कि चक्रवात के कारण गंजाम, पुरी, खोरधा और गजपति जैसे कई तटीय जिलों में प्रचंड हवा चल रही है। उन्होंने बताया कि करीब 10,000 गांवों और 52 शहरी इलाकों से हटाए गए 11 लाख लोग 4,000 शिविरों में ठहरे हुए हैं, जिनमें से विशेष रूप से चक्रवात के लिए बनाए गए 880 केंद्र शामिल हैं।
सेठी ने बताया कि विमान से गिराने के लिए एक लाख से अधिक भोजन के पैकेट तैयार किए गए हैं। इसके लिए दो हेलीकॉप्टर भेजने का अनुरोध किया गया है। उन्होंने बताया कि राज्य के किसी भी हिस्से से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
भारतीय तटरक्षक बल ने विशाखापत्तनम, चेन्नई, गोपालपुर, हल्दिया, फ्रासेरगंज और कोलकाता में विभिन्न स्थानों पर 34 आपदा राहत टीमों को तैनात किया है। उसने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए चार जहाजों को भी तैनात किया है। भारतीय नौसेना ने भी राहत सामग्री और मेडिकल टीमों के साथ तीन जहाजों को भी तैनात किया है ताकि राहत अभियान शुरू किया जा सके। नौसेना के प्रवक्ता कैप्टन डीके शर्मा ने बताया कि हवाई सर्वेक्षण के लिए कई विमानों को भी तैयार रखा गया है।
सबसे खतरनाक तूफान : फोनी को सबसे खतरनाक चक्रवाती तूफान कहा जा रहा है। साल 1999 के सुपर चक्रवात में 10,000 लोगों की जान चली गई थी और उसने ओडिशा में जमकर तबाही मचाई थी। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने लोगों से घरों में रहने की अपील की और कहा कि लोगों की सुरक्षा के लिए सभी प्रबंध कर लिए गए हैं। 11 तटीय जिलों में सभी दुकानें, व्यावसायिक प्रतिष्ठान, निजी और सरकारी कार्यालय एहतियाती तौर पर बंद रहेंगे। 
 
उधर, ओडिशा तट पर पहुंचे चक्रवाती तूफान ‘फोनी’ के मद्देनजर कोलकाता हवाई अड्डे से शुक्रवार अपराह्न तीन बजे से शनिवार सुबह तक विमानों का आवागमन बंद रहेगा। भारतीय विमानन नियामक डीजीसीए ने गुरुवार को बताया था कि कोलकाता हवाईअड्डे से शुक्रवार रात साढ़े नौ बजे से शनिवार शाम छह बजे तक विमानों का आवागमन बंद रहेगा।
उधर, ओडिशा तट पर पहुंचे चक्रवाती तूफान ‘फोनी’ के मद्देनजर कोलकाता हवाई अड्डे से शुक्रवार अपराह्न तीन बजे से शनिवार सुबह तक विमानों का आवागमन बंद रहेगा। भारतीय विमानन नियामक डीजीसीए ने गुरुवार को बताया था कि कोलकाता हवाईअड्डे से शुक्रवार रात साढ़े नौ बजे से शनिवार शाम छह बजे तक विमानों का आवागमन बंद रहेगा।

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