इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार, लड़ाकू विमानों के लिए संभावित बेस के तौर पर कार निकोबार और कैंपबेल खाड़ी स्थित एयर बेस की पहचान की गई है। सरकार के इस महत्वपूर्ण फैसले से मलक्का, सुंदा, लुम्बोक और ओम्बई वेतार जलडमरूमध्य के साथ हिंद महासागर के पश्चिमी क्षेत्र में भारत की पकड़ मजबूत होगी।