इस मामले में रेलिगेयर के पूर्व सीएमडी सुनील गोधवानी और 2 अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है। इन पर जनता की कमाई को कथित रूप से अपनी कंपनियों में निवेश करने का आरोप है। गौरतलब है कि रेलिगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड ने 18 दिसंबर 2018 को आर्थिक अपराध शाखा में शिविंदर सिंह और उनके भाई मलविंदर सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
इस शिकायत में सुनील गोधवानी का भी नाम था और उसके खिलाफ धोखाधड़ी, विश्वास को तोड़ने का आपराधिक मामला, दुरुपयोग, और आपराधिक षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया गया था।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, आरएफएल में प्रबंधन बदला। नए प्रबंधन ने जब कार्यभार संभाला तो उसने पाया कि एक बार कर्ज लिया गया और उस धनराशि का सिंह और उनके भाई से जुड़ी अन्य कंपनियों में निवेश कर दिया गया। प्रबंधन ने आर्थिक अपराध शाखा में शिकायत की, जिसके बाद प्राथमिकी दर्ज की गई।