शर्मा ने बताया कि दिवाली के बाद मेरी टीम ने पाया कि कुछ विक्रेताओं को कुल कैशबैक का ज्यादा प्रतिशत हासिल हुआ है। हमने अपने ऑडिटरों को इसकी अधिक गहराई से जांच के लिए कहा। कंपनी ने इसके लिए परामर्शक कंपनी ईवाई की सेवाएं लीं। जांच में यह सामने आया कि कंपनी के कुछ कनिष्ठ कर्मचारियों ने विक्रेताओं से सांठगाठ की।