देश के लिए लड़ने को तैयार सीमावर्ती गांव चाहते हैं सुविधाएं

सोमवार, 30 जनवरी 2017 (21:46 IST)
अटारी (पंजाब)। भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा से चंद कदमों की दूरी पर स्थित अटारी शहर के लोग देश की सेवा के लिए हमेशा तैयार रहते हैं लेकिन उनके दिल में एक मलाल भी है। चुनावी मैदान बने पंजाब के इस कस्बे को मलाल इस बात का है कि उसे वे तमाम सुविधाएं नहीं मिल पाई हैं जिसका वह हकदार है।
 
इस इलाके के निवासी याद करते हैं कि पिछले साल नियंत्रण रेखा के दूसरी ओर भारत द्वारा किए गए लक्षित हमले (सर्जिकल स्ट्राइक) के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था, तब इन लोगों ने खुद को पूरी तरह तैयार कर लिया था कि यदि देश को उनकी सेवा की जरूरत पड़ती है, तो वे बढ़-चढ़कर इसमें हिस्सा लेंगे।
 
सुरजीत सिंह (61) ने बताया कि सेना की ओर से लक्षित हमला किए जाने के बाद पाकिस्तान से सटी सीमा के इधर पंजाब में 10 किलोमीटर तक के क्षेत्र में पड़ने वाले गांवों को खाली कराने के आदेश जारी कर दिए गए थे। 
 
उन्होंने कहा कि हालांकि अटारी विधानसभा क्षेत्र के कई गांव सीमा से महज 1 या 2 किलोमीटर की दूरी पर हैं, फिर भी लोग यहां रहते हैं। यहां रहने वाले हर व्यक्ति ने तय किया है कि युद्ध की स्थिति में या कुछ भी अप्रिय होने की स्थिति में हम अपने बलों के साथ (पाकिस्तान की ओर) आगे बढ़ेंगे लेकिन पीछे नहीं हटेंगे। (भाषा)

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