गौरतलब है कि राजस्थान के दौसा जिले के नंगला झामरवाड़ा गांव के रहने वाले गजेंद्र ने बुधवार को केंद्र सरकार के भूमि अधिग्रहण विधेयक के खिलाफ आप की रैली के दौरान नीम के पेड़ में गमछे का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली थी। गजेंद्र के परिवार ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। गजेंद्र के पास से एक सुसाइड नोट मिला है लेकिन उसके परिजनों का कहना है कि लिखावट गजेंद्र की नहीं है।
दुख की बात है कि उस समय वहां पर मंच पर अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, कुमार विश्वास सहित आप के कई नेता और 5,000 लोग मौजुद थे जिनकी सुरक्षा में करीब 500 पुलिसवाले भी मौजूद थे, लेकिन घटना के समय सभी मूकदर्शक बनकर देखते रहे। दिल्ली पुलिस ने अपना बचाव करते हुए आप के कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाया है कि उन्होंने किसान को आत्महत्या के लिए उकसाया और उसकी सहायता करने के लिए पुलिस को आगे आने से रोका। इस घटना के बाद संसद से सड़क तक हंगामा मचा हुआ है।