ऐसे हुई भूत-प्रेतों पर रिसर्च करने वाले गौरव तिवारी की मौत!

मंगलवार, 12 जुलाई 2016 (16:04 IST)
नई दिल्ली। पैरा नॉर्मल सोसाइटी के संस्थापक गौरव तिवारी की मौत से पर्दाफाश हो गया है। पुलिस के मुताबिक पैरा नॉर्मल सोसाइटी के संस्थापक गौरव तिवारी ने अपने बाथरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या की थी। 
तिवारी का शव 8 जुलाई को रहस्यमय परिस्थितियों में पाया गया था। पुलिस के मुताबिक प्रारंभिक ऑटोप्सी रिपोर्ट के मुताबिक तिवारी की मौत के पीछे किसी गड़बड़ी की आशंका नजर नहीं आती और आत्महत्या के कारण का अभी पता लगाया जाना बाकी है ।
 
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गौरव के काम से खुश नहीं था परिवार : एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि ‘प्रारंभिक ऑटोप्सी रिपोर्ट पुष्टि करती है कि उन्होंने आत्महत्या की है। जब उन्होंने कपड़े के एक टुकड़े का इस्तेमाल कर फांसी लगाई तो उस समय द्वारका स्थित फ्लैट में उनके माता-पिता और पत्नी सहित परिवार के सभी लोग मौजूद थे। एक अधिकारी ने कहा कि तिवारी के परिवार के सदस्य भूतों की गतिविधियों के बारे में बताने के उनके काम से, वह भी देर रात में यह काम करने से खुश नहीं थे। तिवारी ज्यादा पैसा भी नहीं कमा रहे थे। 
 
पायलटी छोड़ बने पैरानार्मल एक्सपर्ट : गौरव के परिवार वालों ने बताया कि गुरुवार को सुबह 11 बजे उन्हें बाथरूम से एक तेज आवाज आई। दरवाजा खोलकर देखा तो गौरव फ्लोर पर पड़ा था। गौरव को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन  उनकी मौत हो गई। वे कई टीवी शो में आत्मा के होने या न होने के दावे पर पैरानॉर्मल एक्टिविटी एक्सपर्ट के तौर पर काम कर चुके थे। 
 
उन्होंने आत्मा और भूत-प्रेत व रहस्यमयी दुनिया जैसे सब्जेक्ट्स पर वैज्ञानिक अध्ययन के लिए 'इंडियन पैरानॉर्मल सोसायटी' संस्था बनाई थी। गौरव अलग-अलग उपकरणों के साथ कथित रूप से भूत के साए वाली जगहों की पड़ताल करने जाते थे और उनके पास युवाओं की पूरी टीम थी। गौरव पहले एक कमर्शियल पायलट थे, जिसके बाद उन्होंने इस क्षेत्र में काम करना शुरू कर दिया।

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