गिरिराज सिंह का दावा, डिलीवरी एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं बांग्लादेशी और रोहिंग्या

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

रविवार, 8 दिसंबर 2024 (08:27 IST)
Giriraj singh on bangladeshi and rohingya : केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने हैदराबाद में दावा किया कि बांग्लादेशी नागरिक और रोहिंग्या समुदाय के लोग खाद्य वितरण कंपनियों और ऑनलाइन शॉपिंग मंचों के लिए डिलीवरी एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों की पहचान कर इन्हें पुलिस को सौंप दिया जाना चाहिए। केंद्रीय मंत्री ने संभल और बांग्लादेश के बीच तुलना करने वाली योगी आदित्यनाथ की टिप्पणी का भी समर्थन करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कुछ भी गलत नहीं कहा।
 
निफ्ट दीक्षांत समारोह में शामिल होने हैदराबाद आए सिंह ने कहा कि जोमैटो, स्विगी या फिर फ्लिपकार्ट जैसे सेवा क्षेत्रों में सामान का वितरण करने वाले लड़के बांग्लादेशी और रोहिंग्या हैं। उनकी पहचान करने और उन्हें पुलिस को सौंपने के प्रयास किए जाने चाहिए।

उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर अपनी पोस्ट में भी कहा कि भारत में प्रवेश करने के बाद बांग्लादेशी मुसलमान और रोहिंग्या सबसे पहले स्विगी, जोमैटो, अमेजन, फ्लिपकार्ट आदि सर्विस इंडस्ट्री में डिलीवरी बॉय के रूप में काम करना शुरू कर देते हैं। सर्विस इंडस्ट्री से जुड़ी सभी कंपनियों को इस ओर सख्ती से ध्यान देने और कोई भी जानकारी मिलते ही पुलिस को सूचित करने की जरूरत है।
 
एक अन्य पोस्ट में उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार ने दिल्ली को बारूद के हवाले कर रखा है। रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को पाला-पोसा जा रहा है। वे जिहाद शुरू करेंगे और आत्मघाती हमलावर बनेंगे।
क्या बोले थे योगी : उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा था कि संभल और बांग्लादेश की हिंसा एक जैसी है और इन घटनाओं में शामिल लोगों का डीएनए एक ही है। उन्होंने कहा कि जो मुगल आक्रांता बाबर ने किया वही संभल और बांग्लादेश में हो रहा है।
 
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि बाबर के एक सिपहसालार ने 500 वर्ष पहले जो काम श्री अयोध्या धाम में किया था वही आज संभल और बांग्लादेश में हो रहा है। इन सब घटनाओं का डीएनए एक ही है। इससे पहले योगी ने संभल हिंसा के आरोपियों के खिलाफ सख्ती बरतने के निर्देश अधिकारियों को दिए थे। उन्होंने कहा कि एक भी उपद्रवी नहीं बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने सार्वजनिक संपत्ति को क्षतिग्रस्त किया है, उसे वापस ठीक कराने का खर्च उपद्रवियों से ही वसूला जाए। 
 
उल्लेखनीय है कि 4 नवंबर को जामा मस्जिद सर्वे को लेकर संभल में हिंसा भड़क गई थी। इसमें उपद्रवियों ने पुलिस-प्रशासन को टारगेट करते हुए पथराव और गोलीबारी की। इस हिंसा में 4 युवकों की मौत हो गई थी। उधर बांग्लादेश में कट्‍टरपंथियों द्वारा हिंदुओं को लगातार निशाना बनाया जा रहा है।
edited by : Nrapendra Gupta 

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