सरकारी बैंकों का एनपीए पहुंचा 8.45 लाख करोड़ पर

मंगलवार, 24 जुलाई 2018 (15:26 IST)
नई दिल्ली। देश में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की गैर निष्पादित सम्पत्ति (एनपीए) बढ़कर आठ लाख 45 हजार 475 करोड़ रुपए हो गई है, जो मार्च 2014 तक दो लाख 16 हजार 739 करोड़ रुपए थी। 
 
वित्त राज्यमंत्री शिवप्रताप शुक्ला ने मंगलवार को राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि इस वर्ष 31 मार्च तक सार्वजनिक क्षेत्र के 26 बैंकों का एनपीए बढकर 8,45,475 करोड़ रुपए हो गया जो मार्च 2014 में 2,16,739 करोड़ रुपए था। इन चार वर्षों के दौरान कई प्रमुख बैंकों का एनपीए चार गुना से भी अधिक बढ़ा है।
 
भारतीय स्टेट बैंक का कुल एनपीए सबसे अधिक 2,16,228 करोड़ रुपए पर पहुंच गया जबकि मार्च 2014 तक यह 57, 819 करोड़ रुपए था। पंजाब नेशनल बैंक का एनपीए 83,897 करोड़ रुपए हो गया है, जो मार्च 2014 तक 18,611 करोड़ रुपए था। 
 
बैंक ऑफ इंडिया का एनपीए मार्च 2014 में 10,274 करोड़ रुपए था, जो इस वर्ष मार्च तक बढ़कर 51,086 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। इस अवधि के दौरान बैंक ऑफ बड़ौदा का एनपीए 9,894 करोड़ रुपए से बढ़कर 48,189 करोड़ रुपए हो गया। केनरा बैंक का एनपीए 7,371 करोड़ रुपए से बढ़कर 44,432 करोड़ रुपए पर पहुंच गया।
 
इस दौरान यूको बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, सिंडिकेट बैंक, ऑरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, इंडियन ओवरसीज बैंक और आईडीबीआई बैंक के एनपीए में भी भारी वृद्धि हुई है। (वार्ता)

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