2016 होगा सबसे गर्म साल

गुरुवार, 28 जुलाई 2016 (08:25 IST)
नई दिल्ली। ग्रीन हाउस गैसों के बढ़ते उत्सर्जन तथा जलवायु परिवर्तन के कारण वर्ष 2016 अब तक का सबसे गर्म साल होगा।
 
पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री वाई. एस. चौधरी ने बुधवार को यहां मंत्रालय के गठन के 10 साल पूरा होने के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, 'पिछले एक दशक के दौरान पृथ्वी के औसत तापमान में सबसे तेज बढ़ोतरी दर्ज की गई है और इस समय यह औद्योगीकरणकाल से पहले के मुकाबले 1.02 डिग्री ज्यादा है। वर्ष 2016 के अब तक के सबसे गर्म साल रहने का अनुमान है।' 
       
पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन ने बताया कि भविष्य के लिए मंत्रालय की योजनाएं काफी महत्वाकांक्षी हैं। उन्होंने 10 साल की उपलब्धियों को असाधारण बताते हुए कार्यक्रम में मौजूद वैज्ञानिकों तथा विभिन्न विभागों के कर्मचारियों को धन्यवाद दिया। 
  
डॉ. हर्षवर्द्धन ने कहा, 'यह देश का दुर्भाग्य है कि जिस साल कम बारिश होती है हम सूखे की मार झेलते हैं और अच्छी बारिश होने पर बाढ़ आ जाती है। औसत से ज्यादा बारिश की स्थिति में हम उस अतिरिक्त पानी का संग्रह या सकारात्मक इस्तेमाल नहीं कर पाते। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार नदियों को जोड़ने के वाजपेई सरकार के अधूरे काम को आगे बढ़ाएगी।'      
       
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष ए.एस. किरण कुमार ने कहा कि कई क्षेत्रों में पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय तथा इसरो मिलकर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि मौसम उपग्रहों की मदद से प्रयोग के तौर पर भारी बारिश की नाउकास्टिंग (अत्यल्पावधि पूर्वानुमान) शुरू की गई है। इसके अलावा लू के बारे में भी जानकारी देने तथा वायु प्रदूषण की निगरानी का काम भी प्रायोगिक तौर पर शुरू किया गया है। 
      
कुमार ने बताया कि इसरो मौसम की भविष्यवाणी से संबंधित कई उपग्रह लांच करेगा। रिसोर्ससैट 2ए का प्रक्षेपण इस साल सितंबर से पहले होगा। उसके बाद रिसोर्ससैट 3 सीरीज के उपग्रहों का प्रक्षेपण किया जाएगा। इसके अलावा हवा की गति तथा दिशा का पता लगाने वाले स्कैट्रोमीटर उपग्रह का प्रक्षेपण अगले महीने किया जाएगा।(वार्ता) 

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