नई दिल्ली। कंपनियों के बेहतर प्रदर्शन और कर चोरी पर अंकुश लगाने के उपायों से सकल जीएसटी संग्रह मार्च, 2022 के दौरान 1.42 लाख करोड़ रुपए के अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह मार्च में सालाना आधार पर 15 प्रतिशत अधिक है। रिकॉर्ड संग्रह के साथ यह संशोधित बजट लक्ष्य को पार कर गया है। केंद्र ने 2021-22 के लिए 5.70 लाख करोड़ रुपए जीएसटी संग्रह का संशोधित बजट लक्ष्य रखा था। इससे पहले, जनवरी 2022 में जीएसटी संग्रह रिकॉर्ड 1.40 लाख करोड़ रुपए था।
मंत्रालय के अनुसार मार्च, 2022 में सकल जीएसटी संग्रह 1,42,095 करोड़ रुपए रहा। इसमें केंद्रीय जीएसटी 25,830 करोड़ रुपए, राज्य जीएसटी 32,378 करोड़ रुपए, एकीकृत जीएसटी 74,470 करोड़ रुपए (माल के आयात पर एकत्र 39,131 करोड़ रुपए सहित) रहा। उपकर 9,417 करोड़ रुपए (माल के आयात पर एकत्र किए गए 981 करोड़ रुपए सहित) रहा।
वित्त मंत्रालय ने बताया कि मार्च, 2022 में सकल जीएसटी संग्रह अपने सबसे उच्च स्तर पर है। यह जनवरी, 2022 में एकत्र किए गए 1,40,986 करोड़ रुपए के जीएसटी संग्रह से अधिक है। वहीं मार्च 2022 का जीएसटी संग्रह इससे पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 15 प्रतिशत अधिक है।
मंत्रालय ने कहा कि जनवरी 2022 की तुलना में कम दिन होने के बावजूद फरवरी 2022 के महीने में ई-वे बिलों की कुल संख्या 6.91 करोड़ रही। जनवरी में इसकी संख्या 6.88 करोड़ थी। सरकार ने नियमित भुगतान के रूप में आईजीएसटी से 29,816 करोड़ रुपए केंद्रीय जीएसटी और 25,032 करोड़ रुपए एसजीएसटी का निपटारा किया है।
इसके अलावा मार्च महीने में केन्द्र शासित प्रदेश और राज्यों के बीच 50:50 के अनुपात में तदर्थ आधार पर आईजीएसटी के 20,000 करोड़ रुपए का निपटान किया गया है। मंत्रालय ने कहा, मार्च 2022 के महीने में नियमित और तदर्थ निपटान के बाद केंद्र और राज्यों का कुल राजस्व केंद्रीय जीएसटी के लिए 65,646 करोड़ रुपए और राज्य जीएसटी के लिए 67,410 करोड़ रुपए है।
केंद्र ने माह के दौरान राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के लिए 18,252 करोड़ रुपए की जीएसटी क्षतिपूर्ति भी जारी की है।डेलॉयट इंडिया के भागीदार एमएस मणि ने कहा कि मार्च में कंपनियों की मजबूत बिक्री गतिविधियों से रिकॉर्ड जीएसटी संग्रह को भी मदद मिली है।(भाषा)