GST registration of 300 companies cancelled : भारत में स्थित कुछ विदेशी कंपनियों की संदिग्ध भूमिका को पकड़ा गया है। अब साइबर ठगी में विदेशी कंपनियों की भूमिका सामने आने के बाद अब उन पर नजरें टेढ़ी की जा रही है और उन पर कार्रवाई होने लगी है। इसी श्रृंखला में नोएडा में कारोबार के लिए पंजीकृत कुछ चीनी कंपनियों पर पिछले महीने गाज गिरी थी।
लेकिन इस बार साइबर सुरक्षा में सेंध लगाने के साथ ठगी में शामिल 300 से ज्यादा चीनी कंपनियों का जीएसटी रजिस्ट्रेशन रद्द किया गया है। इन कंपनियों की तरफ से ऑनलाइन विज्ञापन देकर लोन देने से लेकर जुआ खिलाने तक के मामले सामने आए हैं। देश की प्रमुख सुरक्षा एजेंसियों से मिले इनपुट से इन कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। जीएसटी की विशेष अनुसंधान शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ऐसी कंपनियों के खिलाफ जांच अभी जारी है और इनकी संख्या और बढ़ सकती है।
जीएसटी विभाग ने यह कार्रवाई 15 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के जीएसटी फ्रॉड में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ व सुरक्षा एजेंसियों से मिले इनपुट पर की है। जिन 300 कंपनियों का पंजीकरण निरस्त किया गया है, उन्होंने 3 साल से रिटर्न दाखिल नहीं किया था। इन कंपनियों की तरफ से चीन पैसा भेजने का मामला पकड़े जाने के बाद जब आर्टिफिशल इंटेलिजेंस की मदद से पड़ताल की गई तो साइबर ठगी के गिरोह से इनका लिंक सामने आया है।
देश में साइबर ठगी में चाइनीज कंपनियों की भूमिका का खुलासा होने के बाद अब इनकी मददगार भारतीय फर्मों की भी जांच होगी। गौतमबुद्ध नगर जिले में ही ऐसी 39 कंपनियां अब तक चिह्ति की गई है। इन कंपनियों में से कुछ के ऐप चीन से संचालित होते हैं। इनके ऐप को बंद कराने के बाद अब इनके कर्ताधर्ता की तलाश भी जीएसटी की विशेष अनुसंधान शाखा कर रही है। जिस पते पर इन कंपनियों का रजिस्ट्रेशन कराया गया था, मौके पर वहां इनका दफ्तर नहीं मिला है।