नई दिल्ली। भारत 1 जुलाई से वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) के क्रियान्वयन की तैयारियों में जुटा है। इस बीच, जीएसटी नेटवर्क (जीएसटीएन) ने वैश्विक साइबर हमले के मद्देनजर चिंताओं को दूर करने का प्रयास करते हुए कहा कि उसका परिचालन इससे प्रभावित नहीं हुआ है और पंजीकरण का काम सुगमता से चल रहा है।
जीएसटीएन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रकाश कुमार ने कहा कि आईटी कंपनी ने सभी एहतियाती कदम उठाए हैं जिससे इस तरह के रैन्समवेयर के हमले से बचाव किया जा सके। सभी डेटा सुरक्षित हैं। आजादी के बाद के सभी बड़े कर सुधार को लागू करने में अब 2 दिन ही बचे हैं। ऐसे में कुमार ने अंशधारकों को आश्वस्त किया है कि सभी आंकड़े सुरक्षित हैं और किसी तरह की चिंता की बात नहीं है।
नई अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था के तहत जीएसटीएन पूरा आईटी ढांचा संभाल रही है। साथ ही वह प्रति माह 3 अरब इन्वॉइस के डेटा को भी स्टोर करेगी। कुमार ने कहा कि हमने सभी जरूरी कदम उठाए हैं और चिंता की कोई बात नहीं है। हमारा सिस्टम लाइनक्स के सॉफ्टवेयर पर चलता है। सभी आंकड़े सुरक्षित हैं। परिचालन सुगमता से चल रहा है।
वैश्विक मालवेयर हमले पेटया ने मंगलवार रात यूरोप में कई केंद्रीय बैंकों और बड़ी कंपनियों के परिचालन को प्रभावित किया है। (भाषा)