जिस तरह से सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है, उस लिहाज से आने वाले समय में सख्त नियम बना दिए जाएंगे और सोशल मीडिया का इस्तेमाल इतना आसान नहीं होगा। चाहे वो फेसबुक हो या ट्विटर या इंस्टाग्राम सभी प्लेटफॉर्म का आजकल गलत इस्तेमाल किया जा रहा है।
अब इंस्टाग्राम प्राइवेट डायरेक्ट मैसेज (DMs) को लेकर सख्त हो गया है। उसने उन यूजर्स को ब्लॉक करना शुरू कर दिया है, जो बार-बार डायरेक्ट मैसेज में अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं। कंपनी ने बताया कि कोई यूजर्स नियमों को तोड़ता है, तब उसके अकाउंट से मैसेज भेजने की सुविधा को कुछ समय के लिए बंद कर दिया जाएगा।
इंस्टाग्राम ने बताया कि कोई यूजर गलत भाषा वाले मैसेज भेजना जारी रखता है, तो हम उनके अकाउंट को ब्लॉक कर देंगे। उन ऐसे नए अकाउंट्स को भी ब्लॉक कर रहे हैं जिन्हें सिर्फ ऐसे मैसेज भेजने के लिए बनाया गया है। कंपनी ने दुनियाभर में ऐसे पर्सनल अकाउंट को रोलआउट करना शुरू कर दिया है।
दरअसल, ब्रिटेन में फुटबॉलर के साथ हुए ऑनलाइन दुर्व्यवहार के बाद कंपनी ने नए अपडेट जारी किया है। कंपनी ने कहा था कि हम इंस्टाग्राम पर इस तरह का दुर्व्यवहार नहीं चाहते हैं। कंपनी ने बताया कि लोग मैसेज के उन यूजर्स को टैग कर देते हैं जिन्हें जानते तक नहीं। ऐसे में वे टैग नहीं करना का ऑप्शन चुन सकते हैं। टैग करने की स्थिति में उन्हें ब्लॉक कर दिया जाएगा।
पिछले साल जुलाई से सितंबर के बीच इंस्टाग्राम पर अभद्र भाषा वाले 6.5 मिलियन (65 लाख) मैसेज पर कार्रवाई की गई थी। ये सभी डायरेक्ट मैसेज थे। कंपनी का कहना है कि डायरेक्ट मैसेज का इस्तेमाल किसी यूजर के लिए किया जाता है। इससे नफरत फैलने का खतरा नहीं होता।
कंपनी ने पिछले साल अक्टूबर में फेसबुक ने इंस्टाग्राम डायरेक्ट मैसेज (DMs) को फेसबुक मैसेंजर प्लेटफॉर्म से जोड़ा था। इसकी मदद से जो यूजर्स मैसेंजर ऐप का इस्तेमाल करते हैं वे बिना किसी परेशानी के और बिना नया ऐप डाउनलोड किए इंस्टग्राम के जरिए ही फेसबुक के दोस्तों से बात कर सकते हैं। ऐसे ही इंस्टाग्राम डायरेक्ट मैसेज के यूजर भी फेसबुक मैसेंजर से मैसेज कर सकते हैं।
इन दिनों ट्विटर भी ऐसे यूजर्स के अकाउंट को ब्लॉक कर रहा है, जो उसके प्लेटफॉर्म की मदद से हिंसा फैलाने का काम कर रहे हैं। पहले पूर्व अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प के समर्थकों ने ट्विटर की मदद से हिंसा को फैलाया था। वहीं, भारत में किसान आंदोलन के दौरान भी कई ऐसे अकाउंट्स को ब्लॉक किया गया जो हिंसा को बढ़ावा दे रहे थे।