पाक सेना की मदद से हमले के लिए उकसा रहा है हाफिज सईद

गुरुवार, 26 नवंबर 2015 (22:30 IST)
जम्मू। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने गुरुवार को कहा कि जमात उद दावा प्रमुख हाफिज सईद सीमा से लगे क्षेत्र स्थित आतंकवादी शिविरों का दौरा कर रहा है और आतंकवादियों को भारत में आतंकवादी हमले करने के लिए ‘लगातार भड़का’ रहा है। बीएसएफ ने आरोप लगाया कि मुम्बई आतंकवादी हमले के मुख्य षड्यंत्रकर्ता के इस अभियान में पाकिस्तानी सुरक्षा बलों की भी मिलीभगत है।
बीएसएफ के महानिरीक्षक (जम्मू सीमांत क्षेत्र) राकेश शर्मा ने गुरुवार को यहां कहा  कि पाकिस्तान के सुरक्षा बल सईद को इसकी इजाजत दे रहे हैं कि वह सीमाई क्षेत्रों में ‘खुलेआम घूमकर’ आतंकवादी समूहों को भड़काए।
 
शर्मा ने कहा कि आपने देखा है कि हाफिज सईद लगातार आतंकवादियों को भड़काता है। हाल में यह सूचनाएं मिली हैं आतंकवादी शिविरों एवं आतंकवादी प्रशिक्षण केंद्रों में इस बारे में भड़काउ भाषण दिये जा रहे हैं कि हमें (सीमापार इस ओर) आतंकवादी कृत्यों की योजना बनानी है।
 
बीएसएफ महानिरीक्षक इस सवाल का उत्तर दे रहे थे कि क्या सीमापार आतंकवादी ढांचे में बढ़ोतरी हुई है। शर्मा ने कहा कि पिछले वर्ष ऐसी खबर थी कि उसे (सईद) अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास सियालकोट सेक्टर में देखा गया है। वह युवाओं और आतंकवादी समूहों को भड़का रहा है और उन्हें कुछ करने (भारत में आतंकवादी कृत्यों की योजना बनाने) के लिए प्रेरित कर रहा है।
 
इस सवाल पर कि क्या सीमा पर पाकिस्तानी सेना और सईद के बीच मिलीभगत है, शर्मा ने कहा कि यदि कोई सुरक्षा बल यह नहीं चाहता कि सीमा से लगे उसके क्षेत्र में कुछ हो..निश्चित तौर पर वह अपना इच्छा को अमल में लाता है।
 
उन्होंने कहा कि यदि उसकी (इच्छा) अमल में नहीं लायी जाती है कैसे हाफिज सईद सीमाई क्षेत्रों में खुलेआम घूमकर अपना काम कर रहा है..यह पाकिस्तानी सुरक्षा बलों की मिलीभगत का स्पष्ट संकेत है। 
 
उन्होंने कहा कि यदि वे चाहते हैं कि सीमा पर शांति और सौहार्द बना रहे और नहीं चाहते कि वह भंग हो तो उन्हें उसे रोकना चाहिए। वे उसे नहीं रोक रहे हैं जिससे उनकी मिलीभगत स्पष्ट रूप से जाहिर होती है।
 
शर्मा ने कहा कि सीमापार ऐसी गतिविधियों में बढ़ोतरी हुई है। आतंकवादियों को दिये जाने वाले भड़काऊ भाषण बढ़ गए हैं। उन्होंने कहा कि हाफिज सईद भड़काउ भाषणों में लिप्त है। वह यह सियालकोट और अन्य क्षेत्रों में करता रहा है, वह पाकिस्तान के विभिन्न हिस्सों का दौरा कर रहा है। 
 
बीएसएफ को सीमा पर सीमापार घुसपैठ से मुकाबले के दौरान आईएस से उत्पन्न खतरे के बारे में पूछे जाने पर शर्मा ने कहा कि वर्तमान में ऐसी कोई सूचना नहीं है। यद्यपि हम गतिविधियों और उस पार होने वाली गतिविधियों पर नजदीकी नजर रख रहे हैं। 
 
उन्होंने कहा कि इसलिए एक आतंकवादी कहीं भी कुछ भी कर सकता है। इसलिए हमें भी खतरा है। हमने इसके अनुरूप पर्याप्त कदम उठाए हैं। हमने अपने जमीनी कमांडरों को अवगत कराया है और वे सावधानीपूर्वक प्रत्येक स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं। 
 
उन्होंने कहा कि ऐसी आशंकाओं को खारिज नहीं किया जा सकता। ऐसी आशंका है लेकिन हमने पर्याप्त कदम उठाये हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा सोचा जा रहा है कि आईएस पाकिस्तानी आतंकवादियों को नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे क्षेत्रों में सहयोग कर सकता है। यह गुप्तचर एजेंसियों द्वारा स्वीकार किया जा रहा है। इस संबंध में गुप्त जानकारी है कि वे ऐसा कर सकते हैं। देखते हैं और इंतजार करते हैं कि क्या होता है। शर्मा ने कहा कि पाकिस्तान में आतंकवादी ढांचा बरकरार है।
 
उन्होंने कहा कि आतंकवादी शिविरों एवं आतंकवादी प्रशिक्षण शिविरों की संख्या वही है। पाकिस्तान में आतंकवादी ढांचा बरकरार है और वहां पर आतंकवादी मौजूद हैं। शर्मा ने कहा कि शिविरों में आतंकवादियों का बढ़ना और घटना उनकी रणनीति और दबाव बनाने के लिए दाहिने या बाएं स्थानांतरित करने की योजना पर निर्भर करता है। (भाषा)

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