हेडली की अदालत में तीसरे दिन भी गवाही

बुधवार, 10 फ़रवरी 2016 (09:17 IST)
मुंबई । पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली ने यहां एक अदालत के समक्ष बुधवार को लगातार तीसरे दिन अपनी गवाही जारी रखी।
हेडली ने एक गुप्त स्थान से विशेष न्यायाधीश जी ए सनप को बताया कि आईएसआई पाकिस्तान में विभिन्न आतंकवादी संगठनों को वित्तीय, सैन्य और नैतिक सहयोग देकर उनकी मदद कर रही है। उसने यह भी खुलासा किया कि 26 नवंबर, 2008 को किए गए हमले से एक साल पहले ही मुंबई को निशाना बनाने की साजिश शुरू कर दी गई थी और शुरू में लश्कर ने ताज होटल में भारतीय रक्षा वैज्ञानिकों के सम्मेलन पर हमला करने की योजना बनाई थी। 
 
इसके लिए होटल का प्रतिरूप भी तैयार कर लिया गया था। हेडली ने कहा कि रक्षा वैज्ञानिकों के सम्मेलन पर हमले की योजना टाल दी गई क्योंकि हथियारों की तस्करी करने में दिक्कत थी और इस सम्मेलन के पूरे कार्यक्रम में बारे में जानकारी भी नहीं मिल पाई थी।
 
उसने सिद्धिविनायक मंदिर को निशाना बनाने की योजना के बारे में बताते हुए कहा कि साजिद मीर (लश्कर में हेडली का आका) ने उससे विशेष रूप से मंदिर का वीडियो बनाने को कहा था। हेडली ने यह भी कहा कि वह आईएसआई के लिए भी काम कर रहा था और पाकिस्तानी सेना के कई अधिकारियों से मिला था।
 
उसने कहा कि उसने लश्कर ए तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद और जकीउर रहमान लखवी को लश्कर को वैश्विक आतंकवादी संगठन घोषित करके उसे प्रतिबंधित करने को लेकर अमेरिकी सरकार को अदालत में खींचने की सलाह भी दी थी। हेडली से 26:11 मामले के सरकारी गवाह के तौर पर जिरह की जा रही है। (भाषा) 

वेबदुनिया पर पढ़ें