नई दिल्ली। कम दबाव का क्षेत्र गुजरात क्षेत्र और आसपास के क्षेत्रों पर बना हुआ है। संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है और यह ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुक रहा है। मानसून की अक्षीय रेखा अब गुजरात पर बने हुए निम्न दबाव, इंदौर, पेंड्रा रोड, गोपालपुर से गुजरते हुए पूर्व की ओर पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी में प्रवेश कर रही है। अपतटीय ट्रफ रेखा गुजरात तट से महाराष्ट्र तट तक फैली हुई है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना हुआ है।
केरल, तटीय कर्नाटक, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, दक्षिण मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, दक्षिण राजस्थान, ओडिशा और दक्षिण असम में कुछ स्थानों पर सक्रिय मानसून की स्थिति जारी रही। इन क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई। लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, आंध्रप्रदेश, रायलसीमा, आंतरिक कर्नाटक, मराठवाड़ा के कुछ हिस्सों, विदर्भ, आंतरिक ओडिशा और सिक्किम और झारखंड में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई।
उत्तरी पंजाब, उत्तरी हरियाणा, मध्य और पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों, गुजरात क्षेत्र, मध्य महाराष्ट्र, उत्तरी मध्यप्रदेश, शेष पूर्वोत्तर भारत में हल्की बारिश हुई और पश्चिमी उत्तरप्रदेश में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश हुई।
अगले 24 घंटों के दौरान कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक और गुजरात के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश जारी रह सकती है। मध्यप्रदेश, विदर्भ, उत्तरी-मध्य महाराष्ट्र, गुजरात के शेष हिस्सों, दक्षिण राजस्थान, केरल के कुछ हिस्सों और ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, आंतरिक कर्नाटक, तटीय आंध्रप्रदेश, पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम, जम्मू-कश्मीर और पंजाब और हरियाणा के उत्तरी हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। दिल्ली, पश्चिमी उत्तरप्रदेश, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और राजस्थान के शेष हिस्सों में हल्की बारिश संभव है।