पिछले 24 घंटों के दौरान तटीय कर्नाटक और अरुणाचल प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, पूर्वी उत्तरप्रदेश और दक्षिण-पश्चिम मध्यप्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई।
केरल, लक्षद्वीप, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, गुजरात के कुछ हिस्सों, गंगीय पश्चिम बंगाल, असम, छत्तीसगढ़ और झारखंड में हल्की से मध्यम बारिश हुई। शेष पूर्वोत्तर भारत, बिहार के पूर्वी हिस्सों, ओडिशा, आंध्रप्रदेश के उत्तरी तट, तेलंगाना और तमिलनाडु में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश और उत्तरी पंजाब में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश हुई।
उन्होंने बताया कि 10 और लोगों की मौत होने के बाद मई के मध्य से बाढ़ और भूस्खलनों के कारण मरने वाले लोगों की संख्या 118 पर पहुंच गई है। बारपेटा, धुबरी, करीमगंज और उदलगुड़ी जिलों में 2-2 लोगों और कछार तथा मोरीगांव में 1-1 व्यक्ति की मौत हुई। असम की बराक घाटी का प्रवेश द्वार माने जाने वाले सिलचर के अधिकतर इलाके जलमग्न हैं।
स्काईमेटवेदरडॉटकॉम के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा, अंडमान और निकोबार द्वीप के कुछ हिस्सों, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, अरुणाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ और मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कहीं-कहीं भारी बारिश संभव है।
बाकी पूर्वोत्तर भारत, गंगीय पश्चिम बंगाल, आंतरिक ओडिशा, केरल, लक्षद्वीप, झारखंड के कुछ हिस्सों, पूर्वी बिहार और दक्षिण गुजरात में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। दक्षिण मध्यप्रदेश और उत्तरी छत्तीसगढ़ में अलग-अलग जगहों पर हल्की बारिश संभव है। पश्चिमी हिमालय की पहाड़ियों सहित उत्तर-पश्चिमी भारत का मौसम शुष्क रहेगा। उत्तर-पश्चिमी भारत और मध्यभारत के कुछ हिस्सों के तापमान में और वृद्धि हो सकती है।(फ़ाइल चित्र)