बेंगलुरु में पिछले एक हफ्ते से हो रही भारी बारिश के बाद यहां बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। सडकें गायब हो गई हैं, कई इलाकें डूब गए हैं। ऐसे में यहां के कई इलाकों में इतना पानी भर गया है कि लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए नावों की मदद ली जा रही है। लोगों को रेस्क्यू करने के लिए यहां कई नावों को तैनात किया गया है। हालात यह है कि एयरपोर्ट, स्कूल समेत कई इमारतों में पानी भर गया है। चारों तरफ पानी से लबालब हो चुका है। प्रशासन इन हालातों से निपटने के लिए भरसक कोशिश कर रहा है।
सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में बेलांदुर, सरजापुरा रोड, वाइटफील्ड, आउटर रिंग रोड और BEML लेआउट शामिल हैं। इससे पहले, 30 अगस्त को शहर में भारी बारिश हुई थी, जिसके बाद यहां वैसी ही स्थिति हुई थी।
हालत यह है कि यहां के पॉश इलाकों में भी पानी भर गया है। मराठाहल्ली के स्पाइस गार्डन इलाके में टू-व्हीलर्स पानी में तैरते नजर आए। स्पाइस गार्डन से वाइटफील्ड तक पानी भरने के चलते सड़क को बंद करना पड़ा। यह पहली बार है कि कई पॉश इलाकों में पहली बार पानी भरा है। यहां के कई रेजिडेंट्स ने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से मदद मांगी है।
शहर के कई हिस्सों में स्कूलों में पानी भर गया। बच्चों के बैग-किताबें पानी में तैरते नजर आ रहे हैं। एक ही रास्ते में वाहन और नाव दोनों चल रहे हैं। बारिश का प्रभाव बेंगलुरु एयरपोर्ट पर भी नजर आया। एयरपोर्ट के मेन गेट पर भी पानी भर गया। वाइटफील्ड मेन रोड पर BMC बस पानी में फंस गई, जिसे लोगों ने रस्सी से खींचकर निकाला।
कई लोगों ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई पर निशाना साध रहे हैं। लोगों ने कहा कि अब बेंगलुरु यूरोपीय स्तर का शहर हो गया है। यहां के इलाके वेनिस जैसे दिखाए देने लगे हैं। लोगों में पानी के जमाव का गुस्सा साफ नजर आ रहा है। लोग कह रहे हैं कि भारी बारिश से सरकार की नाकामी साफ जाहिर हो रही है।