नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने देशभर में आंखों का उपचार कर रहे कई लोगों के पास इस उपचार से जुड़ी कथित फर्जी डिग्री, डिप्लोमा और प्रमाणपत्र होने का आरोप लगाने वाले एक एनजीओ की याचिका पर चिंता जाहिर की है और इस याचिका पर केंद्र से अपना रूख स्पष्ट करने के लिए कहा है।
इंडियन ओप्टोमीट्री नामक एनजीओ ने अपनी याचिका में आरोप लगाया है कि आंखों के उपचार क्षेत्र में अनैतिक लोग खुद को उपचार करने के योग्य दिखाने के लिए फर्जी डिग्री, डिप्लोमा और प्रमाणपत्रों का इस्तेमाल कर रहे हैं।