संगठन के संस्थापक स्वामी आनंद महाराज ने कहा, अधिकतर भारतीय लोगों की भावनाएं इस मंदिर के साथ जुड़ी हुई हैं, इसलिए हम एक दिसम्बर से छह दिसम्बर तक अयोध्या में अश्वमेध यज्ञ आयोजित करने जा रहे हैं।
छह दिसम्बर, 1992 को अयोध्या में बाबरी मस्जिद ढहा दी गई थी, जिसके बाद देश में बड़े स्तर पर दंगे भड़क गए थे। अध्यादेश के जरिए रामजन्मभूमि में मंदिर निर्माण के लिए दक्षिणपंथी हिन्दू संगठनों के स्वर तेज हो गए हैं।