योगगुरु ने कहा कि भगवान श्रीराम का कोई भी पक्ष नहीं है और इस देश का हर भारतीय चाहे वह हिन्दू, मुस्लिम, सिख या ईसाई हो, उनकी संतान है। राम उनके पूर्वज हैं इसलिए राम मंदिर निर्माण को लेकर अब कोई देरी नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण को लेकर बैठक, धर्म संसद, धरना प्रदर्शन से कुछ नहीं होने वाला। निर्माण के लिए केवल दो ही रास्ते हैं। उच्चतम न्यायालय से निराशा मिली है इसलिए अब संसद ही एकमात्र रास्ता बचा है। (वार्ता)