आगरा में 100 लोगों के धर्मांतरण का दावा पेश

मंगलवार, 9 दिसंबर 2014 (17:00 IST)
आगरा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने यहां के छावनी इलाके में एक कार्यक्रम आयोजित करके 37 परिवारों के कम से कम 100 लोगों को कथित तौर पर फिर से हिंदू धर्म स्वीकार कराया।
 
संघ की इकाई ‘धर्म जागरण समन्वय विभाग’ और बजरंग दल का दावा है कि उन्होंने सोमवार को बड़े पैमाने पर धर्मांतरण के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमें हाथों में पवित्र धागा बांधकर और माथे पर तिलक लगाकर करीब 100 लोगों को ‘हिंदू धर्म में वापसी कराई गई।’ इनमें ज्यादातर झुग्गी-बस्ती में रहने वाले लोग हैं।
 
धर्म जागरण समन्वय विभाग के क्षेत्रीय प्रमुख राजेश्वर सिंह ने कहा, वह घर वापसी (हिंदू धर्म में वापसी) के इच्छुक थे। उन्होंने कहा कि जिन लोगों का धर्मांतरण कराया गया उनका ताल्लुक पश्चिम बंगाल से है और वे झुग्गियों में रह रहे थे। वे करीब 25 साल पहले यहां आए थे।
 
इस कार्यक्रम के आयोजकों का कहना है कि जिस कमरे में पुन: धर्मांतरण का कार्यक्रम हुआ उसे अस्थायी मंदिर में तब्दील कर दिया है तथा वहां हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां रखी गई हैं।
 
आयोजकों ने कहा कि इन लोगों को एक महीने तक हिंदू रीति-रिवाजों को अंजाम देना होगा। इन लोगों को जल्द ही नया नाम दिया जाएगा।
 
इस कार्यक्रम में हिंदू धर्म स्वीकार करने वालों में अधिकांश कचरा बीनने वाले हैं। वे इस मामले पर बोलने से बच रहे हैं। उनका कहना है कि उनका ठेकेदार इस्माइल उन्हें पश्चिम बंगाल से लाया था और वह इस धर्मांतरण की वजह जानता है।
 
स्थानीय मुस्लिम नेताओं ने इसे ‘नाटक’ करार दिया है। शहर के प्रमुख मुस्लिम धर्मगुरु अब्दुल कुद्दूस रूमी ने कहा कि अगर निर्धारित स्वरूप में उर्दू भाषा में लिखकर उनसे सवाल किया जाएगा, तभी वह इस मामले पर कोई जवाब दे सकते हैं। (भाषा)

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